Pakistan-China naval exercise 'Sea Guardian-2023' : पाकिस्तान की समुद्री सीमा में चल रही सैन्य गतिविधियों पर भारत की पैनी नजर है. दरअसल अरब सागर में चीन और पाकिस्‍तान की नौसेनाएं अपना सबसे बड़ा युद्धाभ्‍यास 'सी गार्जियन 2023' (Sea Guardian-2023) चला रही हैं. भारतीय नौसेना, चीनी नौसेना की हर एक्टिविटी और लोकेशन की निगरानी कर रही है. सरकार के सूत्रों ने पुष्टि की है कि मलाका जलडमरूमध्य के रास्ते चीनी नौसेना के हिंद महासागर में एंट्री करते ही अंतरराष्ट्रीय कानूनों के तहत उनकी निगरानी की जा रही है.


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क्या है सी गार्जियन 2023?


मिलिट्री ड्रिल 'सी गार्जियन-3' चीन और पाकिस्तान के बीच अब तक का सबसे बड़ा नौसैनिक युद्धाभ्यास है. एक सप्ताह से अधिक समय तक चलने वाली इस ड्रिल में चीन की मजबूत उपस्थिति है. चीनी नौसेना के बेड़े में उसके युद्धपोत, पनडुब्बियां और पनडुब्बी बचाव जहाज मौजूद हैं. वहीं चीनी नौसेना PLA (नेवी) के मरीन कॉर्प्स टुकड़ी भी इस अभियान में शामिल है. ये एक्सरसाइज दोनों देशों के बीच सैन्य सहयोग बढ़ाने के लिए आयोजित की गई है. जो 17 नवंबर को खत्म होगी.


भारत की बढ़ी चिंता


सरकारी सूत्रों ने WION को बताया कि 'भारतीय नौसेना, सी गार्जियन एक्सरसाइज में शामिल पाकिस्तानी नौसेना की गतिविधियों पर नजर बनाए हुए है. हमारी नेवी की कमान चीन की पूरी फ्लीट की आवाजाही की निगरानी भी कर रही है. भारतीय नौसेना अपने रुटीन कामों के साथ राष्ट्रीय हित और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए हिंद महासागर क्षेत्र में होने वाली हर एक्सरसाइज पर कड़ी नज़र रखती है.' 


चीन और पाकिस्तान के बीच चल रहे समुद्री सैन्य सहयोग से क्षेत्र की शांति पर असर पड़ सकता है. ऐसे सैन्य अभ्यास भारत के लिए बढ़ती चिंता का विषय हैं. पहले भी चीन चीन के जासूसी जहाज श्रीलंका के रास्ते भारतीय समुद्री सीमा की निगरानी करने के मकसद से आ चुके हैं. चीन की ऐसी हर नापाक चाल की भारतीय अधिकारी बारीकी से निगरानी करते हैं. 


(इस खबर को लिखने में AI की मदद ली गई है)