नई दिल्ली: दुनिया में एक से एक खूंखार अपराधी पड़े हैं जिनके जुर्म की कहानी लोगों की नींद उड़ा सकती है. पाकिस्तान में भी एक ऐसे ही अपराधी के किस्से आम हैं जिसने 100 से ज्यादा बच्चों का रेप कर उनकी लाश को तेजाब से भरे कंटेनर में डुबाकर तबाह कर दिया ताकि पुलिस को कोई सबूत बरामद नहीं हो सके. हालांकि वह अपनी चाल में ज्यादा दिन तक कामयाब नहीं रह सका.


जज ने सुनाई थी खौफनाक सजा


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पाकिस्तान के इस खूंखार अपराधी का नाम जावेद इकबाल था और उसको अपराध के लिए जो सजा सुनाई गई वह आजतक पाकिस्तान में नजीर है. डेली स्टार की खबर के मुताबिक इस जघन्य अपराध के लिए जज ने इकबाल को पीड़ित बच्चों के परिजनों के सामने 100 टुकड़ों में काटने की सजा सुनाई थी, साथ ही उसके शव को तेजाब में गलाने का आदेश दिया था, जैसा कि वो बच्चों के साथ करता था. 


कोर्ट के इस फैसले पर पाकिस्तान की सरकार ने मानव अधिकारों का हवाला देते हुए रोक लगा दी थी. इकबाल को कोर्ट की ओर से सजा मुकर्रर ही नहीं हो पाई उससे पहले ही 90 के दशक में जेल में बंद इकबाल ने सुसाइड कर लिया था. 


100 बच्चों का रेप और हत्या


जावेद इकबाल का जन्म साल 1956 में लाहौर में हुआ था और उस होश संभालने के साथ ही उसने गरीब-बेसहरा बच्चों को अपना शिकार बनाना शुरू कर दिया था. वह लालच देकर नाबालिग बच्चों को अपने घर ले जाता और फिर उन्हें अपनी हवस का शिकार बनाता था. साल 1999 में उसने खुद अपना जुर्म कबूल करते हुए कहा था कि वह अब तक 100 बच्चों का रेप और हत्या कर चुका है.



बदले की भावना से किया अपराध


पुलिस की जांच में पता चला कि उसने अपने घर में बच्चों के फोटो, नाम के साथ-साथ उनके कपड़े भी जमा करके रखे थे. लाहौर के एक अखबार से बातचीत के दौरान इकबाल ने बताया कि उसे अपनी करतूत पर जरा भी पछतावा नहीं है और उसने बदला लेने के मकसद से बच्चों के मर्डर किए हैं क्योंकि मुझे भी न्याय नहीं मिला था.


उसने पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा था कि मुझे भी एक झूठी साजिश में जेल में बंद करके रखा गया था और वहां पुलिस ने मुझे बुरी तरह पीटा था. इस दौरान इकबाल की मां बेटे के लिए न्याय की भीख मांगती रही और वो चाहता था कि 100 माएं भी अपने बच्चों के लिए इसी तरह रोकर न्याय की भीख मांगें.


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जावेद इकबाल की ओर से जुर्म कबूल कर लेने के बाद उसे मार्च 2000 को कोर्ट में पेश किया गया था. हालांकि कोर्ट से सजा सुनाए जाने के बाद अक्टूबर 2001 में उसने बैरक में लगी सरिया से लटकर अपने एक साथी के साथ सुसाइड कर लिया था. हालांकि कुछ लोगों का कहना है कि वहां उसका कत्ल हुआ था क्योंकि उसके पैर और हाथ नीले पड़ गए थे.