Khalistani Terrorist Lakhbir Singh Dies: खालिस्तान आतंकी लखबीर सिंह रोड़े का दिल का दौरा पड़ने से पाकिस्तान में मौत हो गई. द इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक लखबीर सिंह के भाई और अकाल तख्त के पूर्व जत्थेदार जसबीर सिंह रोडे ने उसकी मृत्यु की पुष्टि की.  लखबीर मारे गए खालिस्तानी आतंकी जरनैल सिंह भिंडरालावे का भतीजा था. वह प्रतिबंधित संगठनों - खालिस्तान लिबरेशन फोर्स (केएलएफ) और इंटरनेशनल सिख यूथ फेडरेशन (ISYF) का स्वयंभू प्रमुख माना जाता था. उसे UAPA के तहत एक 'व्यक्तिगत आतंकवादी' के रूप में सूचीबद्ध किया गया था.


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रिपोर्ट के मुताबिक जसबीर सिंह ने कहा, 'मुझे मेरे भाई लखबीर सिंह रोडे के बेटे ने सूचित किया है कि उसकी पाकिस्तान में दिल का दौरा पड़ने से मृत्यु हो गई और उसका अंतिम संस्कार भी वहीं कर दिया गया है. वह अत्यधिक डायबिटीज थी. उसके दो बेटे, एक बेटी और पत्नी कनाडा में रहते हैं.'


पहले दुबई फिर पाकिस्तान पहुंचा रोडे
मोगा के गांव रोडे का मूल निवासी लखबीर सिंह शुरू में दुबई भाग गया था. बाद में वह पाकिस्तान चले गया लेकिन अपने परिवार को कनाडा में रखा. 2002 में भारत ने पाकिस्तान से 20 आतंकवादियों की सूची सौंपकर उसके प्रत्यर्पण की मांग की थी.  


लखबीर पर क्या कहते हैं सरकार के दस्तावेज?
fइंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक लखबीर सिंह पर केंद्र सरकार के डोजियर के अनुसार, 'ISYF ने यूनाइटेड किंगडम, जर्मनी, कनाडा और संयुक्त राज्य अमेरिका में विभिन्न स्थानों पर अपनेचैप्टर खोले। लखबीर सिंह कथित तौर पर पंजाब में आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने और अति महत्वपूर्ण व्यक्तियों (वीवीआईपी) और राजनीतिक नेताओं को निशाना बनाने के लिए सीमा पार से हथियारों और विस्फोटकों की खेप भारत भेजने में लगा हुआ है.' हाल के वर्षों में उस पर पंजाब में हमले कराने के लिए गैंगस्टरों को हायर करने का आरोप लगा था. 


इस साल की शुरुआत में एनआईए ने मोगा के गांव कोठे गुरुपुरा में लखबीर सिंह की जमीन का एक टुकड़ा जब्त कर लिया था. एनआईए द्वारा लगाए गए नोटिस में कहा गया कि लखबीर सिंह की 43 कनाल 3 मरला जमीन में से एक-चौथाई हिस्सा एनआईए अदालत के आदेश के बाद जब्त किया जा रहा है. 


टिफिन बम विस्फोट
15 सितंबर, 2021 को शाम लगभग 7:57 बजे पंजाब के फाजिल्का जिले के जलालाबाद शहर में पंजाब नेशनल बैंक के पास टिफिन बन विस्फोट हुआ था. रिपोर्ट के मुताबिक एनआईए की जांच से पता चला था कि लखबीर सिंह ने अपने पाकिस्तान स्थित 'आकाओं' के साथ मिलकर पूरी साजिश रची थी. एनआईए 2021-2023 के बीच आतंकी-संबंधी गतिविधियों में कथित 'सक्रिय भागीदारी' के लिए लखबीर सिंह के खिलाफ छह मामलों की जांच कर रही है.