Atomic Weapons: परमाणु हथियार दुनिया के कई देशों के पास हैं. ये बम इतने खतरनाक हैं कि कुछ मिनटों में इंसानी नस्ल का वजूद धरती से मिटा सकते हैं. इसलिए परमाणु संपन्न देश इन हथियारों का रखरखाव किस तरह कर रहे हैं, क्या कदम इसके लिए उठाए जा रहे हैं, इसका लेखा-जोखा इंटरनेशनल ऑर्गनाइजेशन नेशनल थ्रेट इनिशिएटिव (एनटीआई) रखती है. यह एक गैर-लाभकारी संस्था है.
 
एनटीआई ने परमाणु सुरक्षा सूचकांक जारी किया है, जिसमें पाकिस्तान को भारत, ईरान और उत्तर कोरिया से ऊपर रैंकिंग मिली है.पहले के मुकाबले पाकिस्तान को तीन अंक ज्यादा मिले हैं. वह 19वें नंबर पर है, जबकि भारत 20वें नंबर पर. इसके बाद ईरान 21वें और उत्तर कोरिया 22वें स्थान पर है. 


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भारत से आगे है पाकिस्तान


दूसरी ओर पाकिस्तान का सूचकांक परमाणु सुविधाओं की सुरक्षा के मामले में भी भारत से बेहतर है. 47 देशों की लिस्ट में पाकिस्तान ने 61 अंक पाए हैं और वह इजरायल और रूस के साथ 32वें नंबर पर है. जबकि 52 अंकों के साथ 40वें नंबर पर भारत है. 


175 देशों व ताइवान में परमाणु सुरक्षा की स्थितियों का आकलन परमाणु सुरक्षा सूचकांक करता है. इसमें एक किलो से ज्यादा परमाणु सामग्री वाले 22 देशों का लेखा-जोखा देखा जाता है कि वह परमाणु हथियारों की चोरी, उसके गलत इस्तेमाल को रोकने और सुरक्षा के लिए क्या उपाय करते हैं.


एनटीआई ने जताई ये चिंता


इसके अलावा ताइवान व उन 154 देशों का भी मूल्यांकन किया जाता है, जिनके पास एक किलो से कम या किसी हथियार में इस्तेमाल होने वाली परमाणु सामग्री नहीं है.  हालांकि एनटीआई ने ग्लोबल एटॉमिक सिक्योरिटी को लेकर चिंता भी जताई है. उसका कहना है कि स्थितियां बिगड़ रही हैं और परमाणु सामग्री के आतंकी संगठनों के हाथों में पड़ जाने का भी खतरा मंडरा रहा है. रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि पाकिस्तान के अलावा कई अन्य देश हथियार बनाने के लिए परमाणु सामग्री के भंडार में इजाफा कर रहे हैं.