यूक्रेन को हथियार सप्लाई करने वाला PAK अब चाहता है रूस से अच्छे रिश्ते! विदेश मंत्री बिलावल का बड़ा बयान
Pakistan Foreign Policy: पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी ने कहा कि पाकिस्तान चीन पाकिस्तान इकोनॉमिक कॉरिडोर (CPEC) के माध्यम से चीन के साथ जुड़ा हुआ है, जो ‘वन बेल्ट वन रोड’ पहल का एक प्रमुख हिस्सा है.
Bilawal Bhutto Zardari News: पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी ने शनिवार को कहा कि पाकिस्तानी सरकार गहरे सार्थक संबंधों के जरिए रूस के साथ जुड़ाव बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है. अपनी हालिया इराक यात्रा के दौरान अल-जज़ीरा के साथ एक इंटरव्यू में, विदेश मंत्री ने कहा कि वे यूक्रेन संघर्ष पर तटस्थता बनाए रखना चाहते हैं. बता दें पाकिस्तान पर युद्ध के दौरान यूक्रेन के हथियार सप्लाई करने के आरोप लगते रहे हैं.
विदेश मंत्री ने पाकिस्तान में चीन के निवेश के आरोपों का जोरदार खंडन किया और कहा कि यह दुर्भाग्य से 'पक्षपाती रवैया' का प्रतिबिंब है. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान और चीन के बीच हर मौसम में सामरिक सहयोग आर्थिक समृद्धि पर आधारित है.
बिलावल के मुताबिक पाकिस्तान चीन पाकिस्तान इकोनॉमिक कॉरिडोर (CPEC) के माध्यम से चीन के साथ जुड़ा हुआ है, जो ‘वन बेल्ट वन रोड’ पहल का एक प्रमुख हिस्सा है, जिसके तहत चीन विभिन्न ऊर्जा और सड़क बुनियादी ढांचा परियोजनाओं को पूरा कर रहा है. उन्होंने कहा कि "विकास सभी देशों का अधिकार है.’
‘इराक और पाकिस्तान के बीच सहयोग बढ़ेगा’
अपनी इराक यात्रा के बारे में विदेश मंत्री कहा कि इससे दोनों भाई देशों के बीच द्विपक्षीय और आर्थिक सहयोग और बढ़ेगा. वे सुरक्षा और रक्षा सहयोग को भी मजबूत करना चाहते थे और आतंकवाद से सीखे अपने अनुभवों को साझा करना चाहते थे. उन्होंने कहा कि सांस्कृतिक और धार्मिक संबंधों को बढ़ावा देने के लिए दोनों देश पर्यटन के लिए वीजा को आसान बनाने पर सहमत हुए.
अफगानिस्तान पर कही यह बात
एक सवाल के जवाब में बिलावल ने कहा कि काबुल के पतन के बाद अंतरराष्ट्रीय समुदाय को नए शासकों से काफी उम्मीदें थीं. उन्होंने कहा, 'पाकिस्तान की स्थिति अंतरराष्ट्रीय समुदाय की स्थिति के अनुरूप है.' उन्होंने जोर देकर कहा कि अफगानिस्तान के नए शासकों के साथ वैश्विक समुदाय का जुड़ाव ही एकमात्र समाधान था क्योंकि यह सभी के हित में है कि एक सुरक्षित और समृद्ध अफगानिस्तान हो जो अपने और अपने पड़ोसियों के साथ शांति से रहे.
विदेश मंत्री ने एक सवाल के जवाब में कहा कि पाकिस्तान को आतंकवादी संगठन टीटीपी से सुरक्षा खतरों का सामना करना पड़ा. उन्होंने दोहराया कि पाकिस्तान चाहता है कि तालिबान इन आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई करे.