Sehar Shinwari Troll: `इसको दोस्त नहीं, भीख बोलते हैं`, एक्ट्रेस ने चीन-पाक के रिश्तों पर किया ट्वीट, लोगों ने ले ली मौज
Pakistan Actress Troll: यह पहली बार नहीं है, जब पाक एक्ट्रेस सेहर ट्वीट को लेकर ट्रोल हुई हों. पहले भी उन्होंने भारत के खिलाफ खूब अपशब्द बोले थे. उन्होंने ट्वीट में कहा था कि भारत को चीन और पाकिस्तान की दोस्ती से जलन क्यों होती है?
Pakistan-China Friendship: खाली खजाना, बढ़ती महंगाई और त्राहिमाम करती जनता. पाकिस्तान के आर्थिक हालात से पूरी दुनिया रूबरू है. इस बीच पाकिस्तानी अभिनेत्री सेहर शिनवारी अपने ही एक बयान पर बुरी तरह ट्रोल हो गईं. शिनवारी ने चीन की तारीफों के पुल बांधते हुए ट्वीट किया था. उन्होंने इसमें लिखा, हमारी दोस्ती चीन के साथ हिमालय से भी ऊंची है और समंदर जितनी गहरी है. पाकिस्तान-चीन की दोस्ती जिंदाबाद.
लोगों ने जमकर किया ट्रोल
शिनवारी के एक ट्वीट पर भारतीय यूजर्स ने जमकर मजे लिए. सौरभ नाम के एक यूजर ने लिखा- मालिक और नौकर दोस्त हैं ऐसा बस नौकर को ही लगता है. वहीं अभिनाश नाम के यूजर ने लिखा, इसको दोस्त नहीं, भीख बोलते हैं. एक अन्य यूजर ने लिखा- भीख मिलने की खुशी तो देखो.
यह पहली बार नहीं है, जब पाक एक्ट्रेस सेहर ट्वीट को लेकर ट्रोल हुई हों. पहले भी उन्होंने भारत के खिलाफ खूब अपशब्द बोले थे. उन्होंने ट्वीट में कहा था कि भारत को चीन और पाकिस्तान की दोस्ती से जलन क्यों होती है? इस ट्वीट पर भी लोगों ने उनको खूब खरी-खरी सुनाई थी.
पाक में बढ़ता जा रहा संकट
IMF के 6.5 डॉलर के बेलआउट पैकेज में देरी रहने पर पाकिस्तान भुगतान संतुलन के संकट की स्थिति और खराब होने से रोकने के लिए अब 'प्लान बी' बना रहा है. द न्यूज के मुताबिक, 220 मिलियन से ज्यादा लोगों के नकदी-संकट वाले देश के पास बीमार अर्थव्यवस्था को उबारने के लिए चीन से गुहार लगाने के अलावा कोई अन्य विकल्प नहीं होगा.
सूत्रों के मुताबिक, 'देश में गहराते राजनीतिक और आर्थिक संकट के बीच आईएमएफ ने 'इंतजार करो और देखो' की नीति अपनाई है, लेकिन इसे लंबे समय तक जारी नहीं रखा जा सकता.'
द न्यूज ने बताया कि कई रिपोर्ट्स से पता चलता है कि पाकिस्तान ने फंड के कर्मचारियों को पहले ही समीक्षा खत्म करने के लिए कह दिया था. वहीं पूर्व वित्त मंत्री और जाने-माने अर्थशास्त्री हाफिज ए. पाशा ने कहा था कि अगर आईएमएफ आगे नहीं बढ़ता है, तो पाकिस्तान के पास चीन से अनुरोध करने के अलावा कोई विकल्प नहीं होगा कि वह इस्लामाबाद को संकट से उबारने में मदद करने के लिए कोई तंत्र तैयार करे.