अब पाकिस्तान ने दिया चीन को धोखा? ड्रैगन के CPEC प्रोजेक्ट को किया खत्म
पाकिस्तानी PM शहबाज शरीफ ने सैद्धांतिक रूप से CPEC प्राधिकरण को खत्म करने की मंजूरी दे दी है. वहां के अखबार ‘एक्सप्रेस ट्रिब्यून’ की खबर में कहा गया है कि प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने बुधवार (17 अगस्त) को जो निर्णय लिया, उसपर चीन की भी मंजूरी लेनी की जरूरत होगी.
CPEC Project: पाकिस्तान की शहबाज शरीफ सरकार ने अरबों डॉलर के महत्वाकांक्षी क्षेत्रीय संपर्क कार्यक्रम के क्रियान्वयन में तेजी लाने के लिए चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा (CPEC) प्राधिकरण को खत्म करने की मंजूरी दे दी है. गुरुवार को एक मीडिया रिपोर्ट में जानकारी दी गई. पाकिस्तानी अखबार ‘एक्सप्रेस ट्रिब्यून’ की खबर में कहा गया है कि प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने बुधवार (17 अगस्त) को जो निर्णय लिया, उसपर चीन की भी मंजूरी लेनी की जरूरत होगी.
पाकिस्तान ने दी खत्म करने की मंजूरी
इसमें कहा गया है कि शरीफ ने सैद्धांतिक रूप से सीपीईसी प्राधिकरण को खत्म करने की मंजूरी दे दी है. योजना एवं विकास मंत्री अहसान इकबाल ने इस घटनाक्रम की पुष्टि करते हुए कहा कि यह फैसला सीपीईसी के हित में है.
चीन का अहम प्रोजेक्ट है CPEC
इसकी परियोजनाओं के तेजी से कार्यान्वयन को सुनिश्चित करने के लिए प्राधिकरण को भंग कर दिया जाना चाहिए. 2015 में शुरू की गई 60 अरब डॉलर की सीपीईसी परियोजना चीन की महत्वाकांक्षी अरबों डॉलर की बेल्ट एंड रोड पहल (बीआरआई) की प्रमुख परियोजना है.
कश्मीर से होकर गुजरता है CPEC!
सीपीईसी 2015 में पाकिस्तान में सड़कों, ऊर्जा परियोजनाओं और औद्योगिक क्षेत्रों का निर्माण करके पाकिस्तान और चीन के बीच कनेक्टिविटी बढ़ाने के इरादे से शुरू की गई है. इस परियोजना का एक प्रमुख हिस्सा पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर से होकर गुजरता है. चीन की योजना है कि इस प्रोजेक्ट को अफगानिस्तान तक बढ़ाया जाए.
ये स्टोरी आपने पढ़ी देश की सर्वश्रेष्ठ हिंदी वेबसाइट Zeenews.com/Hindi पर