नई दिल्‍ली : जम्‍मू और कश्‍मीर से मोदी सरकार द्वारा अनुच्‍छेद 370 हटाने के बाद पाकिस्‍तान बौखलाया हुआ है. वह भारत के इस फैसले के खिलाफ संयुक्‍त राष्‍ट्र सुरक्षा परिषद भी गया, लेकिन वहां उसे अध्‍यक्ष जोआना रोनेका ने उसको कोई भाव नहीं दिया. साथ ही अमेरिका ने कह दिया है कि कश्‍मीर पर उसकी नीति में कोई बदलाव नहीं होगा. अपनी नापाक हरकतों से बाज ना आने वाला पाकिस्‍तान अब चीन से समर्थन जुटा रहा है.


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पाकिस्‍तान में बढ़ती गरीबी की बात तो पहले आ गई हैं, लेकिन क्‍या आपको पता है कि पाकिस्‍तान पर जितना कर्ज का बोझ है, उतनी 43 छोटे देशों की संयुक्‍त अर्थव्‍यवस्‍था है. अपने ऊपर इतने भारी कर्ज के बोझ के बावजूद पाकिस्‍तान भारत के खिलाफ नापाक हरकतों से बाज नहीं आ रहा.


भारत से बहुत पीछे है पाकिस्‍तान
अंतरराष्‍ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) की 2018 की रैंकिंग के मुताबिक भारत का सकल घरेलू उत्‍पाद (जीडीपी) 2.71 लाख करोड़ अमेरिकी डॉलर का है. मतलब भारत की अर्थव्‍यवस्‍था इतनी रकम के बराबर है. इस लिहाज से भारत दुनिया की सातवीं बड़ी अर्थव्‍यवस्‍था है. वहीं पाकिस्‍तान की बात करें तो वो इस रैंकिंग में 39वें स्‍थान पर है. पाकिस्‍तान की जीडीपी 0.31 लाख करोड़ अमेरिकी डॉलर है.


अरबों डॉलर का कर्ज है पाकिस्‍तान पर
पाकिस्‍तान पर इस समय करीब 105 अरब अमेरिकी डॉलर का विदेशी कर्ज है. रिपोर्टों के अनुसार पाकिस्‍तान पर कर्ज का यह बोझ अब तक का सर्वाधिक है. जबकि 2004 की तीसरी तिमाही में यह 33 अरब डॉलर का था.


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43 देशों की अर्थव्‍यवस्‍था के बराबर है रकम
पाकिस्‍तान पर कर्ज की रकम 105 अरब अमेरिकी डॉलर के करीब है. यह रकम 43 देशों की संयुक्‍त जीडीपी के बराबर है. इनमें किरीबाती, सामोआ, सेशेल्‍स, गांबिया, एंटिगुआ और बरबुडा, भूटान, मध्‍य अफ्रीका, लाइबेरिया, बुरुंडी, सुरीनेम, दक्षिण सूडान, सिएरा लियोन, मालदीव, बरबाडोज, फिजी जैसे देश शामिल हैं. इन 43 देशों की संयुक्‍त अर्थव्‍यवस्‍था करीब 107 अरब अमेरिकी डॉलर है.


टमाटर पहुंचा 300 रुपये प्रति किलोग्राम
पाकिस्तान ने भारत के साथ व्यापारिक रिश्ते को तोड़ दिया है. लेकिन, उसके इस फैसले से पाकिस्तान में खलबली मच गई है. भारतीय किसानों और व्यापारियों ने पाकिस्तान को अपने सामान निर्यात करने से इनकार कर दिया. साथ ही सरकार ने भी कस्टम ड्यूटी बढ़ाकर 200 फीसदी कर दी है. इसकी वजह से खस्ताहाल पाकिस्तान में टमाटर का भाव 300 रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच गया है.


कम बढ़ा विदेशी कर्ज
हाल ही में पाकिस्तान सरकार के आर्थिक मामलों के विभाग ने कहा है कि वित्त वर्ष 2018-19 के दौरान पाकिस्तान के सार्वजनिक विदेशी कर्ज में शुद्ध 2.29 अरब डॉलर की बढ़ोतरी हुई. रिपोर्ट के अनुसार पिछले वित्तीय वर्षों की तुलना करते हुए कहा गया है कि पिछले 3 वित्तीय वर्षों 2015-16 से 2017-18 के दौरान सार्वजनिक विदेशी कर्ज में क्रमश: 6.82 और 6.64 अरब डॉलर की बढ़ोतरी हुई थी.