IMF Bailout Package: पाकिस्तान (Pakistan) गंभीर आर्थिक संकट (Economic Crisis) से भले ही जूझ रहा है कि लेकिन उसकी अकड़ काम होने का नाम नहीं ले रही है. पाकिस्तान को अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) के बेलआउट पैकेज की सख्त जरूरत है. पाकिस्तान लगातार आईएमएफ से बातचीत कर रहा है, जल्द से जल्द से आईएमएफ कर्ज देने के लिए तैयार हो जाए इसके लिए तमाम शर्तें भी मान रहा है. लेकिन पाकिस्तान के सामने आईएमएफ ने एक ऐसी शर्त रखी जिसका जिक्र होते ही शहबाज शरीफ की सरकार बैकफुट पर आ गई. शहबाज शरीफ सरकार ने आईएमएफ से कह दिया कि चाहे जो भी हो जाए लेकिन वह अपने न्यूक्लियर प्रोग्राम से समझौता नहीं कर सकते हैं. वित्त मंत्री इशाक डार ने भी इस मसले पर अपना बयान दिया है.


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परमाणु बम प्रेम नहीं छोड़ रहा पाकिस्तान!


पाकिस्तान के वित्त मंत्री इशाक डार ने संसद में रजा रब्बानी के सवाल के जवाब में कहा कि आईएमएफ से कर्ज के लिए पाकिस्तान के न्यूक्लियर प्रोग्राम से कोई समझौता नहीं किया जाएगा. जो भी डील आईएमएफ और पाकिस्तान के बीच होगी उसको वेबसाइट पर अपलोड किया जाएगा, जिससे सभी लोग उसके बारे में जान सकें. परमाणु कार्यक्रम से समझौते का तो सवाल ही नहीं उठता है.


IMF से कर्ज की दरकार


वित्त मंत्री इशाक डार ने आगे कहा कि हम लोग पाकिस्तान की आवाम का प्रतिनिधित्व करते हैं. अपने लोगों के हितों रक्षा के लिए हम लगातार काम कर रहे हैं. ऐसा कोई समझौता आईएमएफ या किसी अन्य के साथ नहीं किया जाएगा जिसमें पाकिस्तान या पाकिस्तान के लोगों का अहित हो. आईएमएफ से 1.1 अरब डॉलर के बेलआउट पैकेज के लिए बातचीत जारी है.


चरम पर पहुंची महंगाई


गौरतलब है कि पाकिस्तान रुपया डॉलर के मुकाबले लगातार गिरता जा रहा है. यहां महंगाई अपनी चरम सीमा है. लोग दो वक्त रोटी को मोहताज हैं. पेट्रोल-डीजल की कीमत आसमान छू रही है. हालांकि, कर्ज पर आईएमएफ से पाकिस्तान की बातचीत लंबे समय से चल रही है लेकिन बातचीत अभी तक नहीं बन पाई है.


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