Pakistan Economic Crisis: पाकिस्तान चौतरफा परेशानियों की मार झेल रहा है. गले तक कर्ज में डूबे पाकिस्तान की डांवाडोल अर्थव्यस्था की वजह से कई लोगों को रोटी तक के लाले पड़ रहे हैं. आसमान छूती महंगाई और बेरोजगारी के इस सबसे बदतर दौर में नकदी का संकट झेल रहे पाकिस्तान से आ रही खबरों के मुताबिक कई शहरों में ब्लैक में एलपीजी गैस का एक भरा सिलेंडर 2000 से लेकर 5000 रुपये में मिल रहा है. सोशल मीडिया पर दावा किया जा रहा है कि लोग खतरनाक तरीके से बने प्लास्टिक बैग्स में रसोई गैस खरीदकर अपनी जान जोखिम में डालकर दो वक्त का खाना पका रहे हैं.


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पाकिस्तान में क्या इस तरह सुधरेंगे हालात?


पाकिस्तान में पैसे बचाने के लिए कॉस्ट कटिंग हो रही है. सरकारी खर्च बचाने के लिए कई मोर्चों पर एक साथ काम हो रहा है. इस कड़ी में बाजार, रेस्टोरेंट और मैरिज हॉल को तय समय से पहले बंद करने और सरकारी कर्मिचारियों के साथ निजी संस्थान को भी वर्क फ्रॉम होम को प्राथमिकता देने के निर्देश दिए गए हैं. पड़ोसी देश में बाजार, शॉपिंग मॉल और बैंक्वेट हॉल जल्द बंद करने की नौबत आ चुकी है. 


प्रोडक्शन पर रोक


एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की कैबिनेट ने ऊर्जा बचाने के लिए राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण योजना को मंजूरी दी है. इस कड़ी में इसी महीने से पूरे देश में बिजली के पारंपरिक बल्ब का उत्पादन बंद करने और अगले कुछ महीनों में ज्यादा बिजली खींचने वाले पंखों और अन्य इलेक्ट्रानिक उत्पादों के प्रोडक्शन पर रोक लगाने का फैसला हुआ है. उन्होंने कहा कि आयातित तेल पर निर्भरता कम करने के लिए इस साल के अंत तक इलेक्ट्रिक मोटरसाइकिलें पेश की जाएंगी. पाकिस्तान सरकार इन कोशिशों से अर्थव्यवस्था में नयी जान फूंकने के कोशिश कर रही है. माना जा रहा है कि पाक के हुक्मरान इन तरीकों से 60 अरब रुपये बचाने की तैयारी में है.


ऐसे में पाकिस्तान के कई लोगों का मानना है कि अगर जल्द ही कोई चमत्कार नहीं हुआ तो उनके देश की हालात आने वाले दिनों में श्रीलंका से भी बदतर हो सकती है. 


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