IHRF has exposed Imran Khan: इंटरनेशनल ह्यूमन राइट्स फाउंडेशन (आईएचआरएफ) ने कहा है कि पाकिस्तान में वर्तमान में जारी राजनीतिक संकट के बीच उसे सत्ता के दुरूपयोग की ‘विश्वनीय रिपोर्ट’ मिली है. इस वैश्विक मानवाधिकार निगरानी निकाय ने पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के विरूद्ध देश के आतंकवाद निरोधक कानून के तहत मामला दर्ज किये जाने के बारे में खबर को रिट्वीट करते हुए अपना यह विचार सामने रखा.


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ट्वीट में क्या लिखा 


उसने ट्वीट किया, पाकिस्तान में सत्ता के दुरूपयोग की विश्वसनीय रिपोर्ट हमें मिली है. हम इस मुद्दे पर एक कार्यसमूह बना रहे हैं. क्या कुछ हुआ-- उसके बारे में फिलहाल हम सटीक सूचनाएं जुटा रहे हैं. हम किसी भी सबूत या भरोसेमंद खबर का स्वागत करते हैं. 


उसने एक अन्य ट्वीट में कहा, हम देखते हैं कि कैसे कई देश अनुचित कानून बनाते हैं, वे उन निर्दोष लोगों को आतंकवादी मानते हुए इन कानूनों को तैयार करते हैं जो सरकार के हितों से वैध असहमति रखते हैं. यह मानवाधिकारों का स्पष्ट उल्लंघन है. 


खान (69) पर रविवार को आतंकवाद निरोधक कानून के तहत मामला दर्ज किया गया था. उनपर पिछले सप्ताह यहां एक रैली में पुलिस, न्यायपालिका एवं अन्य सरकारी संस्थानों को धमकाने का आरोप है. सोमवार को खान ने इस मामले में गिरफ्तारी पूर्व जमानत का अनुरोध करते हुए इस्लामाबाद उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया था. उन्हें 25 अगस्त तक के लिए ट्रांजिट जमानत मिली है.


पुलिस ने खान के प्रवक्ता शहबाज गिल को एआरवाई न्यूज टेलीविजन के साथ साक्षात्कार में कथित रूप से विवादास्पद टिप्पणी करने को लेकर नौ अगस्त को गिरफ्तार किया था. एक्सप्रेस ट्रिब्यून की खबर है कि शुक्रवार को जब खान ने वीडियो एवं तस्वीरों में गिल को अदालत और अस्पताल ले जाने के दौरान हांफते हुए देखा तब वह उनसे मिलने के लिए पाकिस्तान आयुर्विज्ञान संस्थान गये लेकिन उन्हें मिलने नहीं दिया गया.


खान ने दावा किया था कि पुलिस हिरासत में गिल पर यौन हमला किया गया.  उन्होंने निश्चय किया कि उनके सहयोगी का मानसिक एवं शारीरिक रूप से उत्पीड़न करने के लिए जो भी जिम्मेदार है, उसे वह इंसाफ के कठघरे तक लाने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे. 


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