Imran Khan Arrest: पाकिस्तान में बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है. पुलिस ने दावा किया है कि इमरान खान के जमन पार्क स्थित घर में 30-40 आतंकी छिपे हुए हैं. इसके बाद पुलिस ने इमरान खान के घर को चारों तरफ से घेर लिया है. इमरान खान पर लाहौर के कोर कमांडर के घर पर हमले का आरोप है. बुधवार को पंजाब प्रांत की अंतरिम सरकार ने इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) को 24 घंटे का अल्टीमेटम देते हुए  इमरान खान के घर छिपे 30-40 आतंकवादियों को सौंपने का फरमान जारी किया है. 


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जियो न्यूज ने प्रांत के कार्यवाहक सूचना मंत्री आमिर मीर के हवाले से कहा, 'पीटीआई या तो इन आतंकवादियों को सरकार को सौंपे वरना कानून अपना काम करेगा.' उन्होंने यह भी कहा कि सरकार इन आतंकियों की मौजूदगी के बारे में जानती थी क्योंकि उसके पास विश्वसनीय खुफिया जानकारी थी. मीर ने कहा,  जो इंटेलिजेंस रिपोर्ट मिली, वह हैरान कर देने वाली थी. मीर ने कहा कि 9 को हुई हिंसा सुनियोजित थी. कोर कमांडर के घर हुए हमले में शामिल कई लोग इमरान खान के संपर्क में थे. 


क्या हुआ था 9 मई को 


दरअसल अल कादिर ट्रस्ट मामले में करप्शन को लेकर पाकिस्तान के पूर्व पीएम इमरान खान के खिलाफ इस्लामाबाद हाई कोर्ट में सुनवाई थी. वह कोर्ट पहुंचे. बाहर हजारों की तादाद में उनके समर्थक मौजूद थे. लेकिन अदालत जाने से पहले ही नेशनल अकाउंटेबिलिटी ब्यूरो (एनएबी) और पाकिस्तान रेंजर्स ने उनको अरेस्ट कर लिया था. 


गिरफ्तारी को अवैध बताते हुए इमरान खान के समर्थकों ने विरोध-प्रदर्शन शुरू कर दिया. इसके बाद इसने हिंसक रूप अख्तियार कर लिया. पेशावर, कराची, इस्लामाबाद, मर्दन, गुजरांवाला के अलावा देश के विभिन्न शहरों में विरोध-प्रदर्शन हुए. इस्लाम खान के समर्थकों ने कई छोटे-बड़े वाहनों में आग लगा दी और तोड़फोड़ की. 


कोर कमांडर के घर बोला था हमला


इसके बाद उन्होंने लाहौर स्थित पीएम आवास पर हमला बोला. वहां पेट्रोल बम फेंके और दर्जनों वाहनों में आग लगा दी. वह लाहौर कैंट के कॉर्प्स कमांडर के घर में घुस गए और वहां आगजनी की. इसके अलावा रावलपिंडी में उन्होंने सेना के मुख्यालय पर धावा बोला और वहां भी खूब पत्थरबाजी की. 


इमरान के समर्थकों की इस हरकत को पाकिस्तानी सरकार ने एक्ट ऑफ टेररिज्म बताया. पाकिस्तान के सेना प्रमुख असीम मुनीर ने कहा कि हिंसा के पीछे इमरान खान का हाथ है और हिंसा की योजना बनाने वालों, उकसाने वालों और भड़काने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.