Pakistan News: पाकिस्तान को FATF की तरफ से बड़ी राहत मिली है. पेरिस स्थित वैश्विक आतंकी वित्तपोषण निगरानी संस्था ने करीब 52 महीनों के बाद, पाकिस्तान को फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (FATF) की ग्रे सूची से बाहर निकाल दिया है. FATF ने धनशोधन, वित्तीय आतंकवाद से निपटने में पाकिस्तान की महत्वपूर्ण प्रगति का स्वागत किया है. अब पाकिस्तान को कर्ज लेने में आसानी होगी.


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2018 से ही इस लिस्ट में था पाक


FATF ने कहा है कि पाकिस्तान ने धन शोधन के खिलाफ प्रयासों को मजबूत किया है. वह आतंकवाद को मिल रही फंडिंग से लड़ रहा है. साथ ही उसने तकनीकी खामियों को दूर किया गया है. पाकिस्तान FATF की ग्रे लिस्ट में 2018 से है. पाकिस्तान द्वारा मनी लॉन्ड्रिंग पर एशिया पैसिफिक ग्रुप के साथ काम करने, एंटी-मनी लॉन्ड्रिंग और आतंकवाद विरोधी वित्तपोषण प्रणाली को बेहतर बनाने के चलते यह फैसला लिया गया है.


टेरर फाइनेंसिंग पर रोक लगाने के लिए ग्रे लिस्ट में किया था शामिल


मनी लॉन्ड्रिंग और टेरर फाइनेंसिंग पर अंकुश लगाने के लिए पाकिस्तान की प्रणाली में कमियों के लिए जून 2018 में FATF द्वारा पाकिस्तान को ग्रे लिस्ट में रखा गया था. इसे पहले 27-सूत्रीय कार्य योजना और बाद में FATF के मानकों का पालन करने के लिए सात-सूत्रीय योजना दी गई थी. लेकिन बाद में कार्रवाई बिंदुओं की संख्या बढ़ाकर 34 कर दी गई.


जून में दिया था ग्रे लिस्ट से हटाने का संकेत


एफएएफटी और उसके सिडनी स्थित क्षेत्रीय सहयोगी, एशिया पैसिफिक ग्रुप के 15-सदस्यीय संयुक्त प्रतिनिधिमंडल ने एफएएफटी के साथ प्रतिबद्ध 34-सूत्रीय कार्य योजना के साथ देश के अनुपालन को सत्यापित करने के लिए 29 अगस्त से 2 सितंबर तक पाकिस्तान का दौरा किया. FATF ने जून में पाकिस्तान को ग्रे लिस्ट से हटाने का संकेत दिया था, क्योंकि यह निष्कर्ष निकाला था कि इस्लामाबाद ने योजना का पालन किया है.


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