रोटी को मोहताज पाकिस्तान के प्लान बी का खुलासा! IMF से नहीं मिली मदद तो ये होगा आखिरी विकल्प
Pakistan Economic Crisis: पाकिस्तान के वित्त मंत्री इशाक डार (Ishaq Dar) ने हाल ही में कहा था कि अगर अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) लोन जारी नहीं करता है तो उनकी सरकार `प्लान बी` पर काम कर रही है.
Pakistan Plan B for Economic Crisis: पाकिस्तान में हालात लगातार खराब होते जा रहे हैं और वह डिफॉल्ट होने की कगार पर खड़ा है. इस बीच पाकिस्तानी वित्त मंत्री इशाक डार (Ishaq Dar) ने हाल ही में बताया था कि अगर अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) लोन जारी नहीं करता है तो उनकी सरकार 'प्लान बी' पर काम कर रही है. लेकिन, पाकिस्तान सरकार का प्लान बी क्या है, उन्होंने इसकी जानकारी नहीं दी थी. हालांकि, अब पाकिस्तान सरकार के प्लान बी (Pakistan Plan B) का खुलासा हुआ है और पता चला है कि आर्थिक संकट (Pakistan Economic Crisis) से निपटने के लिए सरकार क्या कदम उठा रही है.
क्या है पाकिस्तान सरकार का प्लान बी?
पाकिस्तान के वित्त मंत्री इशाक डार (Ishaq Dar) के अनुसार, अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) से जारी गतिरोध के बीच पाकिस्तान सरकार प्लान बी पर काम कर रही है. द न्यूज ने अपनी रिपोर्ट में इस प्लान बी (Pakistan Plan B) का खुलासा किया है और बताया है कि पाकिस्तान सरकार प्लान बी के तहत जून 2023 के आखिर तक अपने द्विपक्षीय साझेदारों से 3 अरब डॉलर की अतिरिक्त राशि मांगने पर विचार कर रही है. बता दें कि पाकिस्तान के लिए आईएमएफ का कार्यक्रम 30 जून 2023 को खत्म हो रहा है.
कब तक डिफॉल्ट होने से बचा रहेगा पाकिस्तान
जियो न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, शीर्ष आधिकारिक सूत्रों ने बताया है कि पाकिस्तान सरकार अपने द्विपक्षीय मित्रों से 3-4 अरब डॉलर की फंडिंग का प्लान बना रहा है, जिससे वित्तीय जरूरतों को पूरा किया जा सके. अगर ये संभव होता है तो पाकिस्तान अक्टूबर या नवंबर 2023 तक डिफॉल्ट होने से बच सकता है.
पाकिस्तान ने आईएमएफ का दिखाई आंखें
पाकिस्तान भले ही डिफॉल्ट होने की कगार पर खड़ा है, लेकिन इसके बाद भी उसकी अकड़ कम नहीं हो रही है. दरअसल, हाल ही में अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने पाकिस्तान के बजट की आलोचना की थी, जिसके बाद पाकिस्तान के वित्त मंत्री इशाक डार (Ishaq Dar) ने जवाब दिया था. उन्होंने कहा था कि पाकिस्तान संप्रभु (Sovereign) देश है और हम कर्ज देने वाले की सारी शर्तों को कबूल नहीं कर सकते हैं.