मुजफ्फराबाद: गुलाम कश्मीर (PoK) में इस रविवार को असेंबली के चुनाव (PoK Election 2021) होने वाले हैं. इस चुनाव में अपनी पार्टी PTI की जीत सुनिश्चित करने के पाकिस्तान के पीएम इमरान खान (Imran Khan) ने चुग्गा फेंका है.


शुक्रवार को PoK में संबोधित कर रहे थे इमरान


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Geo TV की एक रिपोर्ट के मुताबिक गुलाम कश्मीर  (PoK) के तरार खल में शुक्रवार को एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए इमरान खान (Imran Khan) ने कश्मीर में जनमत संग्रह करवाने का वादा किया. इमरान खान ने कहा कि 1948 में, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने कश्मीर के लोगों को अपना भविष्य तय करने के लिए जनमत संग्रह करवाने का प्रस्ताव दिया था.


'UN के बाद पाकिस्तान करवाएगा जनमत संग्रह'


उन्होंने कहा कि इंशा अल्लाह, एक न एक दिन संयुक्त राष्ट्र यह जनमत संग्रह जरूर करवाएगा और उस दिन कश्मीर के लोग पाकिस्तान (Pakistan) के साथ रहना पसंद करेंगे. इमरान खान ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र के जनमत संग्रह के बाद, उनकी सरकार एक और जनमत संग्रह कराएगी. जिसमें कश्मीर  (PoK) के लोगों को पाकिस्तान के साथ रहने या स्वतंत्र राज्य बनने का विकल्प दिया जाएगा.


इमरान खान (Imran Khan) ने गुलाम कश्मीर को पाकिस्तान के नए प्रांत बनने की चर्चाओं को अफवाह बताते हुए खारिज कर दिया. इमरान ने कहा कि उन्हें नहीं पता कि यह सारी बातें कहां से उठी हैं लेकिन इनमें कोई सच्चाई नहीं है. इमरान ने दावा कि कश्मीर  (PoK) आजाद है और आजाद ही रहेगा. 


'100 साल पहले शुरू हुआ कश्मीरियों का आंदोलन'


पीएम इमरान खान (Imran Khan) ने कहा कि कश्मीरियों की आजादी का आंदोलन विभाजन से पहले का है. यह 100 साल से भी पहले शुरू हुआ था. इमरान ने दावा किया तब लोग डोगरा सरकार के खिलाफ बार-बार खड़े हुए थे. डोगरा परिवार हिंदू राजपूतों का एक वंश था, जिन्होंने 1846 से 1947 तक जम्मू और कश्मीर पर शासन किया था.


'मोदी के डर से हुर्रियत नेताओं से नहीं मिले नवाज'


पूर्व पीएम नवाज शरीफ पर अटैक करते हुए इमरान खान (Imran Khan) ने कहा कि उनका भारतीय पीएम मोदी के साथ गोपनीय याराना था. भारतीय पत्रकार बरखा दत्त की एक किताब का जिक्र करते हुए इमरान खान ने कहा कि नवाज शरीफ ने मोदी के साथ गुप्त बैठकें की. इमरान खान ने कहा कि नवाज शरीफ पाकिस्तानी (Pakistan) सेना से डरते थे. वह भारत जाते थे लेकिन मोदी को नाराज करने के डर से हुर्रियत नेताओं से नहीं मिलते थे.


'आसिफ अली जरदारी को नोट गिनने से फुर्सत नहीं'


पीपीपी नेता और पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी पर निशाना साधते हुए इमरान ने कहा कि उन्हें पैसे गिनने से फुर्सत मिले तो वह कश्मीर के बारे में सोचें. इमरान ने कहा कि भारत की जेल में बंद यासीन मलिक और सईद अली शाह गिलानी ने कश्मीर के लिए बढ़िया काम किया है. 


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'यासीन मलिक ने पीओके में जमकर बांटा था पैसा'


इमरान खान (Imran Khan) ने कहा कि 16 साल पहले जब मुजफ्फराबाद में भूकंप आया था तो उन्होंने यासीन मलिक के साथ मिलकर प्रभावित इलाकों का दौरा किया था. उस दौरान यासीन मलिक कश्मीर से बड़ी दौलत लेकर आया था, जिसे उसने यहां के लोगों में बांट दिया था. इस बात वे कभी नहीं भूल सकते. 


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