Pakistan News: पाकिस्तान के अशांत बलूचिस्तान प्रांत में रविवार को सुरक्षाकर्मियों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ में कम से कम चार सुरक्षाकर्मियों की मौत हो गई, जबकि एक आतंकवादी को मार गिराया गया. यह मुठभेड़ प्रांत के धना सार इलाके में हुई. तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) या पाकिस्तानी तालिबान ने इस  हमले जिम्मेदारी ली है.


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पीटीआई-भाषा के मुताबिक शेरानी के उपायुक्त (डीसी) बिलाल शब्बीर ने घटना की पुष्टि करते हुए कहा कि सुरक्षा बलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ करीब दो घंटे तक हुई. शब्बीर ने कहा कि शेरानी उप-जिले में हुई इस मुठभेड़ में तीन पुलिसकर्मी और एक सुरक्षा कर्मी की मौत हो गई, जबकि एक आतंकी को मार गिराया गया.


भारी मात्रा में हथियार लेकर आए थे आतंकी
उपायुक्त ने कहा, ‘घायल आतंकियों के साथी उन्हें (आतंकवादियों को) अपने साथ ले जाने में सफल रहे. मारे गए आतंकी का शव आतंक रोधी दस्ते (सीटीडी) को सौंप दिया गया है.’ उन्होंने कहा कि आतंकी भारी मात्रा में हथियार लेकर आए थे और उन्होंने जांच चौकी पर हमला किया, जिसके बाद पुलिस और सुरक्षाबलों ने जवाबी गोलीबारी शुरू कर दी. उन्होंने बताया कि मुठभेड़ दो घंटे तक जारी रही.


शब्बीर ने कहा, ‘एक सुरक्षा कर्मी भी घायल हुआ है, लेकिन वह खतरे से बाहर है.’ उन्होंने आगे कहा कि मुठभेड़ में मारे गए सुरक्षाकर्मियों के शवों को झोब जिला मुख्यालय अस्पताल ले जाया गया है.


शब्बीर ने कहा कि कानून प्रवर्तन एजेंसियों ने धना सार और उसके आस-पास के इलाकों की घेराबंदी कर दी है. उन्होंने कहा कि सीटीडी ने घटनास्थल से सबूत जुटाए हैं और अपनी जांच शुरू कर दी है.


मुख्यमंत्री ने की हमले की निंदा
बलूचिस्तान के मुख्यमंत्री मीर अब्दुल कुद्दुस बिजेंजो ने चेकपोस्ट पर रॉकेट हमले और गोलीबारी की निंदा की है और चार सुरक्षा कर्मियों के मारे जाने पर दुख जताया है. उन्होंने एक आतंकी को मार गिराए जाने के लिए पुलिस और सुरक्षा बलों की सराहना भी की.


एएफपी के मुताबिक तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) ने बाद में एक बयान में हमले की जिम्मेदारी ली और पुलिस द्वारा मारे गए हमलावर की पहचान की. टीटीपी अफगानिस्तान के तालिबान से अलग है लेकिन समान विचारधारा साझा करता है.


2021 में अफगान तालिबान द्वारा काबुल पर कब्ज़ा करने और पिछले साल नवंबर में टीटीपी और इस्लामाबाद के बीच कई महीनों से चल रहे संघर्ष विराम के समाप्त होने के बाद से हमले,  ज्यादातर सुरक्षा बलों को निशाना बनाकर,  किए गए हमले बढ़ रहे हैं.


अफगानिस्तान से सटे क्षेत्रों में हमले नियमित रूप से होते रहे हैं और इस्लामाबाद का आरोप है कि कुछ की योजना अफगान धरती पर बनाई जा रही है.


(इनपुट -  एजेंसी)