इस्लामाबाद: पाकिस्तान (Pakistan) के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी (Shah Mahmood Qureshi) ने शनिवार को कश्मीर (Kashmir) के मुद्दे को एक बार फिर उठाने और इस पर समर्थन हासिल करने के लिए इस्लामाबाद (Islamabad) में अगले साल मुस्लिम राष्ट्रों के विदेश मंत्रियों की बैठक बुलाने की घोषणा की. वह अपने पैतृक शहर मुल्तान में पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी (PTI) के कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे थे.


'फिर अलापा कश्मीर का राग'


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कुरैशी ने कहा, 'अगर अल्लाह ने मुझे मौका दिया तो मैं कश्मीर के अहम मसले को लेकर समर्थन जुटाने के लिए मार्च 2022 में इस्लामाबाद में मुस्लिम राष्ट्रों के विदेश मंत्रियों की बैठक का आयोजन करूंगा.'  गौरतलब है कि पिछले कई महीनों से अंतर्राष्ट्रीय मोर्चे पर कश्मीर के मामले को लेकर मुंह की खा चुके पाकिस्तान और उसने नेता रुक-रुक कर कश्मीर की रट लगाए हुए हैं. 


इमरान खान ने मांगा था कश्‍मीर पर रोडमैप


अभी हाल ही में रॉयटर्स को दिए गए इंटरव्‍यू में इमरान खान ने शुक्रवार को कहा कि यदि भारत कश्मीर के विवादित हिमालयी क्षेत्र की पिछली स्थिति को बहाल करने की दिशा में एक रोडमैप देता है, तो पाकिस्तान, भारत के साथ बातचीत फिर से शुरू करने के लिए तैयार है.


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2019 में भारत द्वारा जम्‍मू-कश्‍मीर से आर्टिकल 370 हटाने के बाद से ही दोनों देशों के बीच तनाव है. इसके चलते भारत ने राजनयिक संबंध भी डाउनग्रेड किए थे और द्विपक्षीय व्यापार भी बंद कर दिया था. 


भारत अपने बयान पर अडिग


भारत ने लगातार कहा है कि जम्मू-कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है और देश अपनी समस्याएं खुद हल करने में सक्षम है. वहीं अपने हालिया संबोधन में कुरैशी ने अफगानिस्तान के नेताओं को पाकिस्तान विरोधी बयान देना बंद करने की चेतावनी देते हुए कहा कि ऐसा नहीं करने पर पाकिस्तान उनसे बातचीत तक करना बंद कर देगा.


(इनपुट भाषा से)


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