पाकिस्तान के पूर्व इमरान खान अपने जीवन के सबसे मुश्किल दौर से गुजर रहे हैं. वह कई मामलों का सामना कर रहे हैं. सरकार उनके समर्थकों पर शिकंजा कस रही. कई बड़े नेता उनकी पार्टी पीटीआई छोड़ चुके हैं. ऐसे में यह अटकलें भी लगाई जा रही हैं कि उनकी पत्नी बुशरा बीबी भी उनका साथ छोड़ रही हैं. दरअसल इन अटकलों का आधार है कि पाकिस्तान के आज टीवी की एक खबर जिसके मुताबिक नेशनल क्राइम एजेंसी ने इमरान खान की पत्नी बुशरा बीबी को अल-कादिर ट्रस्ट में गवाह बनाने का फैसला किया है.


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खबर के मुताबिक इस संबंध में, राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो (एनएबी) ने बुधवार (07 जून) को पीटीआई प्रमुख इमरान खान की पत्नी को एक आरोपी के रूप में नहीं बल्कि एक गवाह के रूप में जांच के लिए बुलाया था.


ब्यूरो ने कहा था कि वे एनएबी संशोधन अधिनियम के तहत सम्मन नोटिस में कारण बताने के लिए वह मजबूर थे. इसके अलावा, उन्होंने अदालत से कहा कि बुशरा बीबी को गिरफ्तार करने का उनका कोई इरादा नहीं.  एनएबी ने बुशरा बीबी से अल-कादिर ट्रस्ट के दस्तावेज और ट्रस्ट के रजिस्ट्रेशन के रिकॉर्ड और ट्रस्ट को मिलने वाले दान के ब्यौरे भी मांगे.


क्या है मामले?
अल-कादिर ट्रस्ट मामले में आरोप लगाया गया है कि पीटीआई प्रमुख और उनकी पत्नी ने 50 अरब रुपये को वैध बनाने के लिए एक रियल एस्टेट फर्म से अरबों रुपये और सैकड़ों कनाल की जमीन हासिल की थी, जिसकी पहचान पिछली पीटीआई सरकार के दौरान यूके द्वारा की गई थी और देश को वापस कर दी गई थी.


बुशरा बीबी ने किया हाई कोर्ट का रुख
इस बीच बुशरा बीबी ने मंगलवार (6 जून) को लाहौर हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया और एक याचिका दायर कर देश भर में उनके खिलाफ दर्ज सभी मामलों में गिरफ्तारी से संरक्षण का अनुरोध किया.


‘जियो न्यूज’ के मुताबिक खान की पत्नी ने अपनी याचिका में कहा है कि उन्हें आशंका है कि उनको किसी मामले में गिरफ्तार किया जा सकता है. बुशरा ने देश में अपने खिलाफ दर्ज सभी ज्ञात और अज्ञात मामलों का भी ब्योरा सरकार से मांगा है.