इस्लामाबाद : पाकिस्तान भले भारत की कितनी भी आलोचना कर ले, लेकिन कई मायनों में वह अब भी भारत की नीतियों का अनुसरण करता हुआ दिख रहा है. कम से कम पाकिस्तान के पीएम इमरान खान को देखकर तो यही कहा जा सकता है. अब वह भारत की ही तर्ज पर पाकिस्तान में 13 अक्टूबर से क्लीन एंड ग्रीन पाकिस्तान लॉन्च करने जा रहे हैं. ये कैंपेन पांच साल के लिए होगा. भारत में पीएम मोदी ने भी साढ़े चार साल पहले अपने कार्यकाल की शुरुआत में ही स्वच्छता अभियान शुरू कर दिया था. 


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इस्लामाबाद में पत्रकारों से बातचीत करते हुए इमरान खान ने कहा, ये कैंपेन पूरे पाकिस्तान में चलेगा. इसमें लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरुक करना मुख्य उद्देश्य होगा. पब्लिक टॉयलेट के निर्माण को बढ़ावा देना और स्काउट वॉलिंटियर के माध्यम से इस कैंपेन को बढ़ावा दिया जाएगा. इमरान खान ने कहा, इस कैंपेन को 13 अक्टूबर से लॉन्च कर दिया जाएगा. 



इस कैंपेन में पाकिस्तान के सभी मुख्यमंत्री, मंत्री, राष्ट्रपति और सभी गवर्नर हिस्सा लेंगे. सिविल सोसायटी के सभी सदस्य और स्कूली बच्चों को भी इस कैंपेन में शामिल किया जाएगा. ध्यान से देखें तो कुछ ऐसी ही शुरुआत भारत में स्वच्छता अभियान की हुई थी. इमरान खान ने कहा, लोग पैसा खर्च कर अपने घर को तो साफ कर लेते हैं, लेकिन बाहर की हालत नहीं देखते. उन्होंने कहा, जब तक लोग खुद इस कैंपेन 


गौरतलब है कि इमरान खान ने पीएम पद की शपथ लेने के बाद स्वच्छ भारत योजना की तर्ज पर पाकिस्तान में भी स्वच्छ पाकिस्तान योजना का ऐलान किया था. इमरान खान ने कहा था कि पाकिस्तान को दुनिया में तभी तवज्जों मिलेगी, जब पाकिस्तान साफ होगा. इमरान ने पाकिस्तान को वर्ल्ड क्लास कंट्री बनाने का संकल्प लिया था.


उनका कहना था कि किस्तान से ही टूरिज्म को सपोर्ट करने में मदद मिलेगी. उन्होंने अगले 5 साल के लक्ष्य को रखते हुए कहा कि वह पाकिस्तान को पूरा साफ करेंगे. इसमें उन्होंने पाकिस्तान की जनता से भी सहयोग की बात की थी. विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के सूची में पाकिस्तान दुनिया में सबसे प्रदूषित देश था.



इसके पिछले साल कतर और अफगानिस्तान था. सूची में भारत नौवां स्थान पर था. ब्रुनेई और न्यूजीलैंड के साथ ऑस्ट्रेलिया को कम से कम प्रदूषित देश का दर्जा दिया गया था. डब्ल्यूएचओ के अनुसार दुनिया में सबसे गंदे 10 शहरों की सूची में पाकिस्तान के 3 शहर कराची, पेशावर और रावलपिंडी का नाम है. रिपोर्ट में कहा गया था कि कराची में सबसे अधिक स्वच्छता और स्वच्छ पानी की कमी दिखाई दे रही थी.


रिपोर्ट में आगे कहा गया थ कि पेशावर में वायु प्रदूषण वाहन उत्सर्जन के साथ-साथ औद्योगिक उत्सर्जन और उत्तरी पंजाब शहर रावलपिंडी में वाहनों की संख्या में वृद्धि की वजह से शहर में प्रदूषण सबसे अधिक था. रिपोर्ट में आगे बताया गया था कि पाकिस्तान में प्रदूषण के कारण सांस संबंधी रोगियों की संख्या सबसे अधिक थी.



पाकिस्तान ने पिछले साल संयुक्त राष्ट्र द्वारा मानव विकास सूचकांक (एचडीआई) में 189 देशों में से 150 वां स्थान प्राप्त किया था. 1990 और 2017 के बीच, पाकिस्तान के एचडीआई मूल्य में कुल मिलाकर 39 प्रतिशत की वृद्धि हुई, यह रिपोर्ट संयुक्त राष्ट्र ने 2017 में प्रकाशित की थी.