Pakistan News: सऊदी अरब ने पाकिस्तान को अचानक बड़ा झटका दे दिया है. मामला मुस्लिमों की आस्था से जुड़ा हुआ है. सऊदी अरब ने हज यात्रा कराने वाली पाकिस्तानी कंपनियों की संख्या में भारी कटौती करने का फैसला लिया है. पाकिस्तान चाहता था कि इस फैसले पर फिर विचार किया जाए लेकिन सऊदी अरब ने दो टूक मना कर दिया है. आइये आपको बताते हैं सऊदी अरब के इस फैसले पाकिस्तान पर क्या असर पड़ने वाला है.


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पाकिस्तान में धार्मिक मामलों के मंत्री अनीक अहमद ने सोमवार को सीनेट पैनल को बताया कि मंत्रालय ने हज यात्रा को लेकर नई नीति बनाई है जिसमें यात्रा की छोटी अवधि की पेशकश की जाएगी. सऊदी अरब के फैसले के बारे में चर्चा करते हुए अनीक अहमद ने कहा कि सऊदी अरब सरकार ने पाकिस्तान की केवल 46 कंपनियों को हज संचालन करने की अनुमति दी है. इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि सऊदी अरब के इस फैसले को लेकर पाकिस्तान ज्यादा कुछ नहीं कर सकती.


यहां गौर करने वाली बात यह है कि अब तक पाकिस्तान की 905 कंपनियां हज संचालन में लगी हुईं थीं. अब केवल 46 कंपनियां ही हज संचालन कर सकेंगी. पाकिस्तान हज समिति के सदस्य मौलाना फ़ैज़ मुहम्मद ने सुझाव दिया कि नई योजना अगले साल से लागू की जानी चाहिए, उन्होंने कहा कि "हमें सऊदी अरब के अधिकारियों से बात करके समस्या का समाधान करना होगा".


मंत्री ने कहा कि उन्होंने सऊदी अरब के अधिकारियों से फैसले की समीक्षा करने को कहा था, लेकिन वे सहमत नहीं हुए. इस वर्ष 81,000 से अधिक पाकिस्तानी तीर्थयात्रियों ने सरकारी योजना के तहत तीर्थयात्रा की, जबकि कुल 179,210 कोटे में से शेष ने निजी टूर ऑपरेटरों का उपयोग किया. सरकार के कार्यक्रम के तहत हज के लिए यात्रा करने वाले पाकिस्तानी तीर्थयात्रियों को किंगडम में 40 दिनों तक रहना पड़ता है.


अनीक अहमद ने कहा, "सऊदी सरकार के सहयोग से मंत्रालय हज के लिए एक छोटी समय अवधि शुरू करने की योजना बना रहा है." हज 2024 की व्यवस्था पर समिति को जानकारी देते हुए अहमद ने कहा कि मंत्रालय क्यूआर कोड वाले सूटकेस और महिलाओं के लिए विशेष रूप से डिजाइन किए गए स्कार्फ पेश करेगा ताकि पाकिस्तान से आने वाले तीर्थयात्रियों को आसानी से पहचाना जा सके.