Egyptian President's Visit to India: मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतेह अल सीसी के भारत दौरे में पाकिस्तान में भी खासी हलचल मचा दी है. पाकिस्तान की मीडिया, राजनीतिक और विदेश मामलों के जानकार राष्ट्रपति सीसी के इस दौरे पर गहरी नजर रख रहे हैं.


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पीओके में जन्मे कनाडा बेस्ड रानीतिक स्तंभकार और वकील हामिद बाशानी भी राष्ट्रपति सीसी के भारत दौरे को पाकिस्तान के संदर्भ में खासा अहम मानते हैं. पाकिस्तानी पत्रकार आलिया शाह को दिए एक इंटरव्यू में बाशानी ने पाकिस्तान की कोशिश अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक ऐसा नैरेटिव तैयार करने का है कि भारत मुसलमानों के साथ भेदभाव करता है लेकिन भारत में मुस्लिम वर्ल्ड में अपनी अच्छी पैठ बना ली है.


'मिस्र में भारत की कंपनियों का निवेश'
बाशानी ने कहा कि भारत कई मुस्लिम देशों जैसे - यूएई, सऊदी अरब, मिस्र आदि देशों के साथ अपनी दोस्ती बढ़ा रहा है और ये देश पाकिस्तान से हर क्षेत्र में आगे हैं. बाशानी के मुताबिक मिस्र के आर्थिक हालात वैसे ही हैं जैसे पाकिस्तान के. दोनों ही आईएमएफ से कर्ज हासिल करने जा रहे. उन्होंने कहा, ‘मिस्र में भारत की 38 कंपनियों ने 3-4 अरब डॉलर का निवेश कर रखा है और यह पैसा इतना पैसा है जिसके लिए आईएमएफ तीन-चार साल से पाकिस्तान के नेताओं को ऐसी नौबत पर ले गया है कि वो उसकी हर तान पर नाचने पर मजबूर हो गए हैं.'


क्या चाहते हैं पाकिस्तान के नेता?
बाशानी ने कहा कि अगर मिस्र पाकिस्तान से बड़ा इस्लामिक देश होकर भी अपने देश की उन्नति के लिए भारत से दोस्ती बढ़ा रहा है तो फिर पाकिस्तान के नेता क्या चाहते हैं.


बता दें मिस्र के राष्ट्रपति तीन दिवसीय राजकीय यात्रा पर मंगलवार को भारत पहुंचे थे. सिसी 26 जनवरी को होने जा रहे गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए.


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