US Action on Pakistan-China: आर्थिक संकट से गुजर रहे पाकिस्तान पर डिफॉल्ट होने का खतरा मंडरा रहा है, लेकिन वह अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है. पाकिस्तान अब चीन के साथ मिलकर अपनी सैन्य शक्ति को मजबूत कर रहा है. इसके लिए चीन अपने सदाबहार दोस्त पाकिस्तान को सुपरसोनिक और हाइपरसोनिक मिसाइल की टेक्नोलॉजी ट्रांसफर करने की तैयारी कर रहा है. अगर पाकिस्तान के पास सुपरसोनिक और हाइपरसोनिक मिसाइल की तकनीक आ जाती है तो यह भारत समेत दुनियाभर के लिए बड़ा खतरा है. इसे देखते हुए अमेरिका ने कड़ा कदम उठाया है.


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अमेरिका ने चीनी-पाकिस्तानी कंपनियों पर लगाया प्रतिबंध


जो बाइडेन प्रशासन (Joe Biden Administration) ने पाकिस्तान और चीन के खिलाफ कड़ा कदम उठाया है और 43 कंपनियों को राष्ट्रीय सुरक्षा (National Security) के लिए खतरा बताते हुए प्रतिबंध लगा दिया है. इसमें चीन की 31 कंपनियां शामिल हैं, जबकि पाकिस्तान की चार कंपनियों पर अमेरिका ने प्रतिबंध गया है. बताया जा रहा है कि ये कंपनियां सुपरसोनिक और हाइपरसोनिक मिसाइल पर काम कर रही हैं और ये उनकी तकनीक, निर्माण, डिजाइन, वॉरहेड समेत कई तरह की तकनीकों को विकसित कर रही हैं.


चीन से युद्धपोत और मिसाइलें खरीद रहा चीन


रोटी को मोहताज पाकिस्तान लगातार अपनी सैन्य शक्ति को बढ़ाने की कोशिश में लगा है और इसके लिए उसने इस साल अपना रक्षा बजट 15 प्रतिशतक बढ़ा दिया है. इतना ही नहीं पाकिस्तान लगातार चीन से युद्धपोत और मिसाइलें भी खरीद रहा है. चीन ने पिछले महीने ही पाकिस्तान को दो नए युद्धपोत सौंपे थे, जिनके नाम पीएनएस टीपू सुल्तान और पीएनएस शाहजहां रखे गए हैं.


चीन से मिले युद्धपोत काफी खतरनाक हैं और सतह से सतह पर मार करने वाली सुपरसोनिक मिसाइल से लैस हैं. इसके अलावा इस पर पाकिस्तान की P-282 एंटी-शिप हाइपरसोनिक मिसाइल को भी तैनात किया गया है. इतना ही नहीं पाकिस्तानी पायलटों को चीन ट्रेनिंग भी दे रहा है.