सफल बॉलीवुड करियर छोड़ खेती कर रहे आमिर खान के भाई, दी कई हिट फिल्में; बोले- `ब्लॉकबस्टर सब बकवास..`
Aamir Khan Cousin Quit Bollywood: आमिर खान ने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत 1984 में फिल्म `होली` से की थी. हालांकि, उनको असली पहचान 1988 में आई फिल्म `कयामत से कयामत तक` से मिली थी. इसके बाद उन्होंने कई फिल्मों में काम किया. इसके अलावा उनके भाई फैसल खान ने भी फिल्मों में काम किया है. उनका पहली फिल्मी 1969 में आई `प्यार का मौसम` थी, जिनमें वो बतौर चाइल्ड आर्टिस्ट नजर आए थे. इसके बाद वो 2000 में आई फिल्म `मेला` में नजर आए. लेकिन क्या आप जानते हैं उनके एक और भाई है, जो सफल फिल्मी करियर होने के बाद भी खेती कर रहे हैं.
आमिर खान के भाई ने छोड़ी फिल्म इंडस्ट्री
हिंदी सिनेमा के मिस्टर परफेक्शनिस्ट कहे जाने वाले आमिर खान ने अपने करियर की शुरुआत 1973 में "यादों की बारात" बतौर चाइल्ड आर्टिस्ट शुरुआत की थी. आमिर की पहली फिल्म 1984 में फिल्म 'होली' थी. इसके बाद वो कई फिल्मों में नजर आए, जो बॉक्स ऑफिस हिट रही और उन्होंने पहचान दिलाई. हालांकि, उनके भाई फैसल खान बॉलीवुड में सक्सेस नहीं हो पाए. लेकिन क्या आप जानते हैं कि उनके एक और भाई है, जो पहली फिल्म इंडस्ट्री में अपना सफल करियर बना चुके हैं, लेकिन अब वो खेती बाड़ी करते हैं.
आमिर खान के कजिन मंसूर खान
हम यहां आमिर खान के कजिन मंसूर खान के बारे में बात कर रहे हैं. मंसूर, आमिर से बड़े हैं, लेकिन वह एक्टर नहीं हैं. मंसूर खान किसान के तौर पर काम करते हैं. उन्होंने आमिर खान की फिल्म 'कयामत से कयामत तक' को प्रोड्यूस किया था. इसके बाद मंसूर ने 'जो जीता वही सिकंदर', 'अकेले हम अकेले तुम' और 'जोश' जैसी फिल्मों को भी प्रोड्यूस किया है. इसके बाद उन्होंने इंडस्ट्री से कुछ समय का ब्रेक ले लिया और कुछ सालों बाद उन्होंने 2008 में फिल्म 'जाने तू या जाने ना' के साथ फिर से वापसी की और इसे प्रोड्यूस किया.
दोनों बच्चे फिल्म इंडस्ट्री में हैं एक्टिव
खास बात ये है कि उनकी सभी फिल्मों ने बॉक्स ऑफिस पर जबरदस्त परफॉर्म किया और ब्लॉकबस्टर रहे, लेकिन बावजूद इसके उन्होंने अपने शानदार करियर को छोड़ खेती कर रहे हैं. अपना सफल फिल्मी करियर छोड़ने के बाद वे अपनी पत्नी और दो बच्चों बेटी जैन मेरी खान और बेटे पाब्लो इवान खान के साथ कुन्नूर में जाकर बस गए और वहां खेती करते हैं. उनकी बेटी एक्ट्रेस हैं, जबकि बेटा डायरेक्टर है. वे मंसूर खान प्रोडक्शंस के तहत फिल्मों का निर्देशन करते हैं.
शानदार फिल्मी करियर छोड़ कर रहे ऑर्गेनिक खेती
एक यूट्यूब चैनल पर बात करते हुए उन्होंने बताया कि उन्होंने कभी खुद को फिल्म प्रेमी या फिल्म निर्माता नहीं समझा. उन्होंने कहा, 'ज्यादातर लोग ये बात नहीं समझते, क्योंकि वे मुझे एक सफल फिल्म निर्माता के तौर पर जानते हैं. लेकिन मैंने शोहरत और पैसे को कभी अपनी फर्स्ट चॉइस नहीं बनाया. असल में, जब मैं 1978 में अमेरिका में था, तब ही मैंने तय कर लिया था कि मैं बॉम्बे में नहीं रहना चाहता'. मंसूर ने कहा कि ये पहले से सोची-समझी प्लानिंग थी. बस समय तय करना था. वे बताचे हैं कि शहर की बजाय खुले मैदान में रहना ही उनके लिए असली स्वर्ग है.
लाइमलाइट से दूर रहते हैं मंसूर खान
मंसूर ने पनीर बनाने का करते हैं, क्योंकि उनकी पत्नी की खुशी उनके लिए सबसे ज़्यादा मायने रखती थी. उन्होंने कहा कि अगर उनकी पत्नी कुन्नूर में खुश नहीं होती, तो वे भी खुश नहीं रहते. मंसूर ने साफ़ किया कि उन्हें फिल्मों के बारे में बात करने में कोई दिलचस्पी नहीं है क्योंकि वे अपने लेखन पर ध्यान देना चाहते हैं. उन्होंने कहा, 'फिल्मों पर चर्चा करना बेकार है. क्या फायदा ऐसी फिल्में बनाने का, जब नेचर डिस्ट्रॉय हो रही हो? मैं अपनी फिल्मों के बारे में बात नहीं करना चाहता, क्या बकवास है'.