Success Story: इस शहर की पहली महिला SDM हैं अपूर्वा यादव, ऐसी है इंजीनियर से अफसर बनने की कहानी
SDM Apoorva Yadav: कहते हैं कि यदि कोई सही दिशा में कड़ी मेहनत करे तो वो अपना भाग्य खुद लिख सकता है और मेहनत के बलबूते पर कुछ भी पा कर सकता है. इस बात को साबित किया है मैनपुरी शहर की पहली महिला एसडीएम अपूर्वा यादव ने.
3 बार हुईं असफल
उत्तर प्रदेश के छोटे से शहर में पली बढ़ी अपूर्वा यादव यूपी पीसीएस की परीक्षा में तीन बार असफल हुईं, लेकिन हार नहीं मानी. लगातार मेहनत करती रहीं और आखिरकार चौथे प्रयास में सफलता ने उनके आगे घुटने टेक दिए और वे मैनपुरी शहर की पहली महिला एसडीएम बनीं.
हिंदी मीडियम से की पढ़ाई
अपूर्वा ने अपनी पूरी पढ़ाई हिंदी मीडियम स्कूल से की, लेकिन उन्हें इंजीनियरिंग करनी थी. इसके लिए अंग्रेजी आना जरूरी था, फिर क्या था वे पूरी लगन के साथ जुट गईं अपने सपनों को साकार करने के लिए.
टीवी के इंग्लिश प्रोग्राम देखे
टीवी के इंग्लिश प्रोग्राम देखे, नॉवेल्स पढ़े. बिना शर्म के अंग्रेजी के टूटे फूटे वाक्य बोलना शुरू कर दिए. उनका मानना है कि यदि व्यक्ति प्रयास करता रहे तो कोई भी चीज सीखी जा सकती है. इसके बाद उन्होंने इंजीनियरिंग की और टीसीएस में नौकरी करने लगीं.
3 साल किया TCS में काम
तीन साल टीसीएस में काम करने के दौरान उन्हें अमेरिका जाने का मौका मिला. वहां उन्हें देश की सेवा करने का खयाल आया और उन्होंने सिविल सर्विस की तैयारी करने का मन बना लिया. उन्होंने सिविल सेवा परीक्षा के साथ-साथ उत्तर प्रदेश पीसीएस की तैयारी भी की.
13वीं रैंक हासिल की
तीन बार वे इसमें सफल नहीं हो पायीं, लेकिन चौथे प्रयास में उन्हें सफलता मिल गई. अपूर्वा ने उत्तर प्रदेश पीसीएस 2016 की परीक्षा में 13वीं रैंक हासिल की और वे मैनपुरी की पहली महिला SDM बन गईं.