ऐ काश! अगर भारत-पाकिस्तान का बंटवारा न हुआ होता, तो ये 5 खूबसूरत किले अपने होते
Best Fort In Pakistan: भारत और पाकिस्तान आज भी बंटवारे का दर्द झेल रहे हैं. आजादी के बाद न सिर्फ जमीन का बड़ा टुकड़ा अलग हुआ, बल्कि कई नायाब इमारतें भी सरहद पार रह गईं. पाकिस्तान अपनी ऐतिहासिक धरोहर और भव्य किलों के लिए मशहूर है. यहां के पुराने किले वास्तुकता का शानदार नमूना हैं और एक गोल्डन हिस्ट्री की गवाही देते है. अगर अगस्त 1947 को पार्टीशन नहीं होता तो ये बेहतरीन फोर्ट हमारे मुल्क का हिस्सा होते जो आज भी एक बेहतरीन टूरिस्ट प्लेसेज हैं.
लाहौर किला (शाही किला)
लाहौर में मौजूद शाही किला मुगल काल के बेहतरीन आर्किटेक्चर की मिसाल हैं. यूनेस्को वर्ल्ड हेरिटेज साइट में शामिल ये फोर्ट बादशाह अकबर के शासनकाल में बनाया गया था. यहां शीश महल, आलमगिरी गेट और मोती मस्जिद जैसे संरचनाएं देखने लायक हैं. किले के अंदर की खूबसूरती और इतिहास आपको कायल कर देगा.
रानीकोट किला
सिंध प्रांत में स्थित रानीकोट किला पाकिस्तान के सबसे बड़े किलों में से एक है. इसे "सिंध का ग्रेट वॉल" भी कहा जाता है. ये विशाल फोर्ट एक रेगिस्तानी इलाके में स्थित है और इसकी दीवारें तकरीबन 32 किलोमीटर लंबी हैं. यहां का व्यू और शांत वातावरण इसे खास बनाते हैं.
डेरा गाजी खान किला
ये किला पंजाब प्रांत में स्थित है और इसका ऐतिहासिक अहमियत काफी ज्यादा है. डेरा गाजी खान किला मध्यकालीन कला की बेजोड़ मिसाल है। इसे देखने पर आपको स्थानीय संस्कृति और स्थापत्य शैली का मेल नजर आएगा.
बाल्टिट किला
गिलगित-बाल्टिस्तान में स्थित ये किला कराकोरम पर्वत की गोद में बसा है. बाल्टिट किले का निर्माण लगभग 700 साल पहले हुआ था और इसे क्षेत्र की बौद्ध आर्किटेक्चर स्टाइल में बनाया गया है. यहां से हिमालय और कराकोरम के शानदार व्यू देखने को मिलते हैं.
डेरावर किला
चोलिस्तान रेगिस्तान में मौजूद ये किला काफी विशाल और अपने आर्किटेक्चर स्टाइल के लिए मशहूर है. ये इतना ऊंचा है कि काफी देर से नजर आता है. फोटोग्राफी और वीडियोशूट करना वालों के लिए ये परफेक्ट स्पॉट है.