5 सबसे बेस्ट क्राइम-थ्रिलर वेब सीरीज, जिसे देखने के बाद उड़ जाएंगे तोते, आंखों के आगे छा जाएगा अंधेरा
What to watch OTT: अगर आप भी वीकेंड के लिए ओटीटी पर देखने का मसाला ढूंढ रहे हैं तो हम आपके लिए लाए हैं बेस्ट 5 क्रिमिनल थ्रिलर वेब सीरीज. ऐसी कहानियां जिसे देखने के बाद आपके होश उड़ना तय है. चलिए बताते हैं लिस्ट.
सबसे खूंखार क्राइम-थ्रिलर सीरीज
आप भी अगर वेब सीरीज देखने के दीवाने हैं तो हम आपके लिए लाए हैं सबसे खूंखार क्राइम-थ्रिलर सीरीज, जिसे देखने के बाद आपके होश उड़ जाएंगे. इस लिस्ट में रवीना टंडन की 'अरण्यक', 'कोहरा', 'दिल्ली क्राइम्स', 'खाकी' और 'दहाड़' शामिल हैं. इन सीरीज की न केवल तारीफ हुई है बल्कि दर्शकों ने भी धड़ल्ले से देखा है. चलिए बताते हैं कौन से ओटीटी प्लेटफॉर्म पर इन सीरीज का लुत्फ उठाया जा सकता है.
1. दहाड़- अमेजन प्राइम वीडियो
सोनाक्षी सिन्हा, गुलशन दैवेया और विजय वर्मा से सजी दहाड़ देखकर आपको भी मजा आ जाएगा. शानदार कहानी को आप 8 एपिसोड में ओटीटी प्लेटफॉर्म प्राइम वीडियो पर देख सकते हैं. जहां विलेन से लेकर पूरी कास्ट आपका दिल जीत लेगी.
अरण्यक- नेटफ्लिक्स
नेटफ्लिक्स साल 2021 की क्राइम थ्रिलर टीवी सीरीज है जिसमें रवीना टंडन, परमब्रत चटर्जी, आशुतोष राणा से लेकर जाकिर हुसैन जैसे कलाकार भी नजर आए. सीरीज को साल 2022 के फिल्मफेयर ओटीटी अवॉर्ड्स में 5 नॉमिनेशन मिले थे.
दिल्ली क्राइम - नेटफ्लिक्स
शेफाली शाह की दिल्ली क्राइम वेब सीरीज लोगों को इतनी पसंद आई थी कि अब तक इसके दो सीजन आ चुके है. इसे इंटरनेशनल एमी अवॉर्ड्स फॉर बेस्ट ड्रामा सीरीज का पुरस्कार भी मिल चुका है. ये सीरीज रिची मेहता द्वारा लिखित और निर्देशित है जहां सच्ची घटना को कवर किया गया है. इसे आप नेटफ्लिक्स पर देख सकते हैं.
Khakee: The Bihar Chapter - नेटफ्लिक्स
खाकी: द बिहार चैप्टर नीरज पांडे की सीरीज है तो आप समझ सकते हैं कि इसमें कूट कूटकर मसाला और थ्रिलर भरा होगा. सीरीज में करण टैकर, अविनाश तिवारी, अभिमन्यु सिंह से लेकर बृजेश्वर सिंह जैसे कलाकार है.दर्शकों को इसके दूसरे पार्ट का इंतजार है. फिलहाल आप पहले सीजन को नेटफ्लिक्स पर देख सकते हैं.
कोहरा - नेटफ्लिक्स
कोहरा 6 एपिसोड में सजी एक पंजाबी मूल में बनी वेब सीरीज है जिसमें सुदीप शर्मा, गुंजीत चोपड़ा से लेकर कई कलाकार है. नेटफ्लिक्स पर मौजूद इस सीरीज को काफी पसंद किया गया था. जहां पंजाब की पृष्ठभूमि के जरिए अपराध को दिखाया गया था.