GK quiz for students: आंख खोलकर सोते हैं ये 9 जानवर, नाम जानकर हो जाएंगे हैरान
GK quiz for students in Hindi: क्या आपको उन जानवरों के बारें में पता है जो आंखें खोलकर सोते हैं? आइये यहां जानते हैं.
हैरान कर देगी ये बात
इंसानों की तरह जानवर भी आराम करते हैं और सोते हैं. लेकिन इनमें से कुछ जानवर ऐसे होते हैं, जो सोने के लिए अपनी आंखें बंद नहीं करते. वो खुली आंखों से सोते हैं.
जिराफ
अपने लंबे कद के बावजूद, जिराफ को कुछ शिकारियों से खतरा रहता है. इसलिए सुरक्षित रहने के लिए, वो खड़े-खड़े सोते हैं और इस दौरान वो अपनी आंखें खुली रखते हैं. ताकि वो संभावित खतरों से खुद को सतर्क रख सकें.
मछलियां
मछलियों की कुछ प्रजातियां अपनी आंखें खुली रखकर सो सकती हैं. आराम करते समय या सुस्ती महसूस करते समय, उनकी आंखें पूरी तरह खुली रहती हैं. इस तरह वो आराम भी कर लेती हैं और खतरों से सतर्क भी रहती हैं.
मगरमच्छ
मगरमच्छ एक आंख खुली रखकर सोते हैं, जिससे वे संभावित खतरों के प्रति हाई अलर्ट पर रहते हैं. वे पानी के पास ही आराम करते हैं और अपनी आंखें पूरी तरह से बंद नहीं करते, ताकि खतरे से सतर्क रहें.
मेंढक
बुलफ्रॉग जैसी कई मेंढक प्रजातियां अपनी पलकों की हरकत न होने के कारण अपनी आंखें खुली रखकर सोती हैं. उनकी आंखें खुली रहती हैं, लेकिन उनकी गहरी इंद्रियां उन्हें हरकत का पता लगाने और आराम करते समय भी सुरक्षित रहने में मदद करती हैं.
पेंगुइन
पेंगुइन अक्सर अपनी आंखें आंशिक रूप से खुली रखकर सोते हैं, यह एक ऐसी रणनीति है जो उन्हें संभावित खतरों के लिए सचेत रहने में मदद करती है. वे खड़े होकर भी सो सकते हैं, जो शिकारियों से अतिरिक्त सुरक्षा देता है.
सांप
सांपों की पलकें नहीं होतीं, इसलिए वे अपनी आंखें खुली रखकर सोते हैं. पलकों के बजाय, उनके पास पारदर्शी स्केल होते हैं जिन्हें चश्मा कहा जाता है जो उनकी आंखों को ड्राई होने से बचाते हैं और उन्हें अपने पर्यावरण के बारे में जागरूक रहने में मदद करते हैं.
कॉमन ब्लैकबर्ड्स
कॉमन ब्लैकबर्ड्स में एक अनोखी बात होती है. ब्लैकबर्ड भी अपनी आंखें खुली रखते हुए सोते हैं और ब्रेन को कुछ देर के लिए आराम देते हैं. इससे उन्हें अपने आस-पास के वातावरण के प्रति सजग रहते हुए छोटे-छोटे ब्रेक लेने की सुविधा मिलती है.
डॉल्फिन
डॉल्फिन की नींद का पैटर्न बहुत ही आकर्षक होता है जिसे यूनिहेमिस्फेरिक स्लो-वेव स्लीप कहते हैं. इससे उनके मस्तिष्क का एक हिस्सा आराम करता है जबकि दूसरा हिस्सा सक्रिय रहता है. यह अनोखी कला उन्हें सोते समय भी अपनी आंखें खुली रखने और अपने आस-पास के वातावरण के प्रति सचेत रहने में सक्षम बनाता है.
उल्लू
उल्लू रात में एक्टिव रहते हैं, इसलिए दिन में अपनी आंखें खुली रखकर सोते हैं. इससे वो सतर्क रहते हैं और किसी भी खतरे को भांप लेते हैं और उसके लिए तैयार रहते हैं. इसलिए उल्लू आराम करते समय भी शिकारी बन सकते हैं.