Gustavo Petro: कोलंबिया के राष्ट्रपति गुस्तावो पेट्रो कौन हैं? जिन्हें आतंकी कहने पर हुआ बवाल
Gustavo Petro Colombia: जब से कोलंबिया (Colombia) के राष्ट्रपति गुस्तावो पेट्रो (Gustavo Petro) को अर्जेंटीना के प्रेसिडेंट जेवियर मिलेई ने आतंकवादी कहा है तब से दोनों देशों के बीच माहौल गर्म हो गया है. कोलंबिया ने एक्शन लेते हुए अर्जेंटीना के राजदूत को अपने देश से निकाल दिया है. इस बीच, हर कोई जानना चाह रहा है कि कोलंबिया के राष्ट्रपति गुस्तावो पेट्रो ने ऐसा क्या किया है कि जिसकी वजह से उनको आतंकवादी तक कह दिया गया. गुस्तावो पेट्रो के पास्ट में ऐसा क्या है जो जानना दिलचस्प है.
द न्यूयॉर्क टाइम्स में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक, गुस्तावो पेट्रो कभी M-19 का हिस्सा हुआ करते थे. M-19 विद्रोहियों का एक संगठन था जो 1970 के राष्ट्रपति चुनाव में हुई धांधली के विरोध में बनाया गया था. M-19 ऐसा ग्रुप था जो कथित रूप से हिंसा से देश की सत्ता पाना चाहता था, हालांकि उसने सोशल जस्टिस का जामा ओढ़ रखा था.
M-19 एक अर्बन मिलिट्री ग्रुप था जो यूनिवर्सिटी स्टूडेंट्स, एक्टिविट्स और आर्टिस्ट्स ने बनाया था. M-19 दावा करता था कि वह उस सरकारी सिस्टम को उखाड़ फेंकना चाहता है जो गरीब और अमीर के बीच की खाई को पाटने में नाकाम रहा है. हालांकि, बाद में गुस्तावो पेट्रो ने दावा किया कि M-19 कोलंबिया में डेमोक्रेसी लाने के लिए बना था.
जानकारी के मुताबिक, गुस्तावो पेट्रो ने जब M-19 जॉइन किया तो उनकी उम्र महज 17 साल थी. M-19, कोलंबिया के हालिया इतिहास के सबसे खूनी कृत्यों में शामिल रहा है. 1985 में M-19 ने कोलंबिया की राजधानी में ज्यूडिशियल बिल्डिंग पर कब्जा कर लिया था. जिसके बाद पुलिस और मिलिट्री के साथ M-19 का संघर्ष हुआ था. इसमें 94 लोग मारे गए थे.
M-19 पर मिलिट्री के 5 हजार हथियारों को लूटने का आरोप भी लगा था. इसके अलावा M-19 ने अपनी इमेज रॉबिनहुड जैसी बनाने की कोशिश की थी. M-19 सुपरमार्केट से दूध लूटकर गरीबों में बांट देते था. हालांकि, ये दावा किया जाता है कि जब पेट्रो M-19 में थे तो वह डिसीजन मेकिंग बॉडी में नहीं थे. क्योंकि उनकी उम्र तब काफी कम थी.
हालांकि, 1990 में M-19 खत्म हो गया और मिलिट्री ग्रुप से एक पॉलिटिकल पार्टी बन गया. इसके बाद कोलंबिया के संविधान में बड़े बदलाव किए गए. दावा किया गया कि उसके बाद से कोलंबिया के संविधान में समानता और मानवता की ज्यादा बातें रखी गईं.