Hima Das: 2018 एशियन गेम्स में जीता था सिल्वर मेडल, अब इस वजह से सस्पेंड हो गईं हिमा दास
Hima Das: हिमा दास भारत की स्टार स्प्रिंट धाविका हैं. हिमा दास का निक नेम ढिंग एक्स्प्रेस है. असम के छोटे से गांव ढिंग में जन्मी हिमा दास एक गरीब किसान परिवार से ताल्लुक रखती हैं. हिमा ने जकार्ता में 2018 एशियन गेम्स में 400 मीटर व्यक्तिगत स्पर्धा में सिल्वर मेडल जीता था. वह गोल्ड मेडल जीतने वाली 4 X 400 मीटर महिला टीम और सिल्वर मेडल जीतने वाली मिश्रित रिले टीम की भी सदस्य थी.
हिमा ने जकार्ता में 2018 एशियन गेम्स में 400 मीटर व्यक्तिगत स्पर्धा में सिल्वर मेडल जीता था. वह गोल्ड मेडल जीतने वाली 4 X 400 मीटर महिला टीम और सिल्वर मेडल जीतने वाली मिश्रित रिले टीम की भी सदस्य थी. अब भारत की स्टार फर्राटा धाविका हिमा दास को पिछले बारह महीने में तीन बार रहने के स्थान के नियम के उल्लंघन के कारण राष्ट्रीय डोपिंग निरोधक एजेंसी (NADA) ने अस्थायी तौर पर सस्पेंड कर दिया.
असम की 23 वर्ष की धाविका हिमा दास चोट के कारण हांगझोउ एशियन गेम्स की टीम में नहीं है. भारतीय टीम के एक अधिकारी ने कहा,‘पिछले एक साल में तीन बार उसने रहने के स्थान संबंधी नियम का उल्लंघन किया है. यही वजह है कि उसे नाडा ने अस्थाई तौर पर निलंबित कर दिया.’
हिमा दास को दो साल का प्रतिबंध झेलना पड़ सकता है जो घटाकर एक साल का किया जा सकता है. हिमा ने जकार्ता में 2018 एशियन गेम्स में 400 मीटर व्यक्तिगत स्पर्धा में सिल्वर मेडल जीता था. वह गोल्ड मेडल जीतने वाली 4 X 400 मीटर महिला टीम और सिल्वर मेडल जीतने वाली मिश्रित रिले टीम की भी सदस्य थी.
वर्ल्ड एथलेटिक्स डोपिंग निरोधक एजेंसी के नियमों के अनुसार बारह महीने में तीन बार रहने के स्थान संबंधी नियम का उल्लंघन या टेस्ट से चूकने पर निलंबन लगाया जा सकता है. यह पता नहीं चल सका है कि हिमा ने नियम का उल्लंघन कब और कहां किया.
रजिस्टर्ड टेस्टिंग पूल (RTP) में शामिल खिलाड़ियों को अपना पूरा पता ठिकाना , अभ्यास या काम की जगह का पूरा पता देना होता है. इसके अलावा हर गतिविधि की समय सीमा भी बतानी होती है. इसके साथ ही उन्हें टेस्टिंग के लिए 60 मिनट की विंडो देनी होती है. ऐसा नहीं करने पर यह नियम का उल्लंघन माना जाएगा.