Gmail की स्टोरेज हो गई है फुल तो ऐसे करें खाली, नहीं छुटेंगे जरूरी मेल

Gmail Storage: जीमेल गूगल की ऐप है, जिसका इस्तेमाल ईमेल भेजने और रिसीव करने के लिए किया जाता है. यह ऐप पहले से ही फोन में इंस्टाल होता है. कई बार लोगों को कई गैर-जरूरी ईमेल आ जाते हैं, जिससे इनबॉक्स में ईमेल्स की भरमार हो जाती है. इससे जरूरी ईमेल को ढूंढना मुश्किल हो जाता है. इसलिए स्टोरेज को मैनेज करना जरूरी हो जाता है ताकि आप जरूरी ईमेल से कम्युनिकेशन कर सकें. आज हम आपको जीमेल अकाउंट को मैनेज करने तरीकों के बारे में बताएंगे, जिनका उपयोग करके आप कीमती स्टोरेज बचा सकते हैं.

रमन कुमार Sat, 07 Sep 2024-1:54 pm,
1/6

अनावश्यक ईमेल डिलीट करें

आप अपने इनबॉक्स से गैर जरूरी ईमेल्स को डिलीट कर सकते हैं. पुराने ईमेल्स पर फोकस करें जिनकी अब जरूरत नहीं है. Gmail के सर्च फंक्शन का यूज करके आप साइज या डेट के आधार पर ईमेल ढूंढकर उन्हें बल्क में डिलीट कर सकते हैं. 

 

2/6

ट्रैश और स्पैम फोल्डर खाली करें

डिलीट किए गए ईमेल ट्रैश फोल्डर में जाते हैं, जो अभी भी आपकी स्टोरेज में शामिल होते हैं. नियमित रूप से अपना ट्रैश फोल्डर खाली करना सुनिश्चित करें. इसके अलावा, स्पैम फोल्डर साफ करें ताकि अनवांटिड मैसेज स्पेस न ले रहे हों. 

 

3/6

अटैचमेंट्स मैनेज करें

बड़े अटैचमेंट वाले ईमेल ज्यादा स्पेस लेते हैं. इनको ढूंढने के लिए सर्च फीचर का यूज करें और जरूरत न हो तो उन्हें डिलीट करें. इससे आपको ज्यादा स्पेस बचाने में मदद मिलेगी. जरूरी अटैचमेंट्स को Google Drive में सेव कर सकते हैं. 

 

4/6

Google के स्टोरेज मैनेजमेंट टूल्स का उपयोग करें

Google स्टोरेज मैनेज करने के लिए बिल्ट-इन टूल्स प्रदान करता है. Google One स्टोरेज मैनेजर (अपने गूगल अकाउंट सेटिंग्स में उपलब्ध) एक्सेस करें यह देखने के लिए कि कौन सी सर्विसेज सबसे ज्यादा स्पेस ले रही हैं और उन्हें उसी हिसाब से मैनेज करें. 

 

5/6

पुराने ईमेल आर्काइव करें

डिलीट करने के बजाय आप पुराने ईमेल को आर्काइव कर सकते हैं ताकि उन्हें अपने इनबॉक्स को क्लटर किए बिना एक्सेस किया जा सके. यह आपको जरूरी जानकारी को संरक्षित करते हुए एक क्लीनर और ज्यादा ऑर्गनाइज्ड ईमेल बनाए रखने में मदद कर सकता है. 

6/6

अनसब्सक्राइब करें

नियमित रूप से उन न्यूजलेटर्स या मेलिंग लिस्ट्स से अनसब्सक्राइब करें जिन्हें आप अब नहीं पढ़ते हैं. ये इनबॉक्स में ज्यादा स्पेस ले लेते हैं. इससे इनकमिंग ईमेल की मात्रा कम होगी और भविष्य में स्टोरेज समस्याओं को रोका जा सकेगा. 

 

ZEENEWS TRENDING STORIES

By continuing to use the site, you agree to the use of cookies. You can find out more by Tapping this link