अब पाकिस्तान-चीन की खैर नहीं, भारत को मिला ऐसा हथियार; दुश्मनों को पूरी तरह कर देगा नष्ट
Long Range Glide Bomb Gaurav: पाकिस्तान और चीन सुधर जाओ, क्योंकि भारत को एक नया हथियार मिल गया है जो पलक झपटके दुश्मन का खात्मा कर देगा. भारत ने वायु सेना के सुखोई-30 एमके-1 लड़ाकू विमान से लंबी दूरी के ग्लाइड बम (LRGB) ‘गौरव’ का पहला सफल परीक्षण किया है. रक्षा मंत्रालय ने बताया कि परीक्षण के दौरान ग्लाइड बम ने ‘लॉन्ग व्हीलर’ द्वीप पर स्थापित लक्ष्य पर सटीक प्रहार किया. यह परीक्षण ओडिशा तट पर किया गया.
हवा से मार करने में सक्षम
लंबी दूरी के लक्ष्यों को भेदने में सक्षम 'गौरव' का वजन 1000 किलोग्राम है और इसे हवा से छोड़ा जा सकता है. हैदराबाद स्थित अनुसंधान केंद्र इमारत (आरसीआई) ने ‘गौरव’ को विकसित किया है.
टारगेट को कर देगा पूरी तरह नष्ट
गौरव बम को भारतीय वायुसेना के सुखोई-30 एमकेआई से ओडिशा के तट के पास लॉन्ग व्हीलर आइलैंड पर खड़े टारगेट पर गिराया गया. बम ने एकदम सटीक निशाना लगाते हुए टारगेट को पूरी तरह से नष्ट कर दिया.
दुश्मनों का खात्मा
गौरव बम एंटी-एयरक्राफ्ट डिफेंस में रेंज से बाहर मौजूद टारगेट्स को भी आसानी से नष्ट कर सकता है. यानी जिस जगह पर फाइटर जेट्स, मिसाइल या ड्रोन भी नहीं जा सकते, वहीं गौरव बम दुश्मनों का खात्मा कर देगा.
फाइटर जेट को डैमेज से बचाएगा
गौरव बम की वजह से देश के इससे फाइटर जेट के सर्वाइव करने और कोलेटरल डैमेज की आशंका कम हो जाती है.
विंग वाला बम
गौरव विंग वाला लंबी दूरी का ग्लाइड बम है. इसकी लंबाई लंबाई 4 मीटर है और व्यास 0.62 मीटर है.
अडानी की कंपनी ने बनाया
मंत्रालय ने कहा कि परीक्षण के दौरान ग्लाइड बम ने लॉन्ग व्हीलर द्वीप पर स्थापित लक्ष्य पर सटीक प्रहार किया. डीआरडीओ के वरिष्ठ वैज्ञानिकों ने इस परीक्षण पर नजर रखी. मंत्रालय ने बताया कि विकास-सह-उत्पादन भागीदार अडानी डिफेंस और भारत फोर्ज ने भी परीक्षण में भाग लिया. रक्षा अनुसंधान एवं विकास विभाग के सचिव और डीआरडीओ के अध्यक्ष समीर वी कामत ने ग्लाइड बम के सफल परीक्षण पर पूरी डीआरडीओ टीम को बधाई दी.