Math And CS Trends In US: अमेरिका में इंडियन स्टूडेंट्स इंजीनियरिंग के बजाय इन सब्जेक्ट को क्यों करते हैं पसंद?
Indian students In US Prefer Maths, CS over Engineering: अमेरिका में हायर एजुकेशन के लिए भारतीय युवाओं का रुझान बदल रहा है. जहां पहले इंजीनियरिंग इंडियन स्टूडेंट्स की पहली पसंद थी, अब वे मैथ्स और कंप्यूटर साइंस की पढ़ाई को प्रायरिटी दे रहे हैं. इंडियन स्टूडेंट्स में इन सब्जेक्ट्स का क्रेज क्यों बढ़ता जा रहा? जानिए...
यह बदलाव अमेरिका के टेक्नीकल और डेटा-बेस्ड इंडस्ट्री की बढ़ती डिमांड और युवाओं में करियर संभावनाओं में इंट्रेस्ट को दिखाता है. विदेशी शिक्षा सलाहकार जॉब मार्केट की बदलती डिमांड का क्रेडिट एआई, एमएल, डेटा साइंस और साइबर सिक्योरिटी जैसी फील्ड में एक्सप्लोजिव ग्रोथ को देते हैं. पढ़िए इस पर क्या कहती है ये रिसर्च रिपोर्ट...
मैथ्स और सीएस की बढ़ती लोकप्रियता
मैथ्स और कंप्यूटर साइंस में इंट्रेस्ट बढ़ने की खास वजह इन क्षेत्रों में उभरते अवसर हैं. AI, डेटा साइंस और मशीन लर्निंग जैसे लेटेस्ट सब्जेक्ट्स इस फील्ड को स्टूडेंट्स के लिए आकर्षक बनाते हैं. ये विषय टेक्नीकल इंडस्ट्री में हाई डिमांड वाली नौकरियों का रास्ता खोलते हैं.
इंजीनियरिंग की पॉपुलैरिटी में कमी
ओपन डोर्स रिपोर्ट 2023-24 के अनुसार, अमेरिका में भारतीय छात्रों के बीच इंजीनियरिंग की पढ़ाई में कमी आई है. 2021-22 में 29.6 फीसदी स्टूडेंट्स ने इंजीनियरिंग को चुना था, जो 2023-24 में घटकर 24.5 फीसदी रह गया. दूसरी तरफ मैथ्स और कंप्यूटर साइंस में स्टूडेंट्स का रुझान बढ़ा है, जहां 42.9 प्रतिशत स्टूडेंट्स ने इन सब्जेक्ट्स को चुना.
नौकरी की ज्यादा संभावनाएं
मैथ्स और कंप्यूटर साइंस में करियर ऑप्शन दूसरे फील्ड की अपेक्षा ज्यादा फ्लेक्सिबल हैं. ये सब्जेक्ट्स सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट, डेटा एनालिटिक्स और आईटी जैसी इंडस्ट्री में जॉब पाने के मौके देते हैं. साथ ही स्टूडेंट्स को फाइनेंस, हेल्थ सर्विसेस और टेक्नीकल कंसल्टेंट जैसी फील्ड में भी जॉब अपॉर्चुनिटीज मिलती हैं.
इंजीनियरिंग का नया स्वरूप
इंजीनियरिंग की लोकप्रियता कम हो रही है, लेकिन यह पूरी तरह गायब नहीं हुई है. लेटेस्ट इंजीनियरिंग में एआई और डेटा साइंस का समावेश इसे नए रूप में पेश कर रहा है. जैसे हेल्थ सर्विसेस, बायोलॉजी और मेडिकल फील्ड में इंजीनियरिंग का इस्तेमाल तेजी से बढ़ रहा है.
करियर के ढेरों अवसर
इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के मुताबिक विदेशी शिक्षा सलाहकारों का मानना है कि कंप्यूटर साइंस और मैथ्स में करियर में अपार संभावनाए हैं. ये विषय फाइनेंस, हेल्थ सर्विसेस और एजुकेशन जैसे कई क्षेत्रों में आधुनिक तकनीकी समाधान देते हैं. सिलिकॉन वैली जैसे तकनीकी केंद्रों में इन सब्जेक्ट की मांग स्टूडेंट्स के रुझान को और बढ़ा रही है.
डेटा एनालिटिक्स का इफेक्ट
डॉ शांतनु अवस्थी के अनुसार, मैथ्स और डेटा एनालिटिक्स का संयोजन छात्रों के करियर के लिए नए दरवाजे खोल रहा है. बड़े और जटिल डेटा सेट्स के पैटर्न और रुझानों की पहचान करना आज के समय की बड़ी जरूरत बन गई है और इस क्षेत्र में विशेषज्ञता की मांग बढ़ रही है.
दूसरे सब्जेक्ट्स को लेकर क्या है स्टेटस
रिपोर्ट के मुताबिक मैथ्स और कंप्यूटर साइंस के बढ़ते रुझान के बीच सोशल साइंस, मैनेजमेंट जैसे ट्रेडिशनल कोर्सेस में एडमिशन की स्थिति स्थिर है. 2023-24 में मैनेजमेंट की पढ़ाई के लिए केवल 11.5 फीसदी भारतीय छात्रों ने दाखिला लिया, यह आकंड़ा पिछले वर्षों के लगभग समान है.
STEM की बढ़ती डिमांड
भारतीय छात्रों के लिए हायर एजुकेशन का उद्देश्य बेहतर नौकरी और करियर के अवसर प्राप्त करना है. एसटीईएम (STEM) के तहत मैथ्स और कंप्यूटर साइंस को हाई डिमांड वाले और बेहतर सैलरी वाली नौकरियों के साथ जोड़ा जाता है. यह रुझान बताता है कि लेटेस्ट इंजीनियरिंग प्रॉब्लम्स का हल अब कम्प्यूटेशनल और डेटा-बेस्ड थिंकिंग से हो रहा है.
क्या कहता है इंडियन स्टूडेंट्स का इंट्रेस्ट
मैथ्स और कंप्यूटर साइंस की ओर भारतीय छात्रों का रुझान यह दर्शाता है कि वे अपनी शिक्षा के निवेश पर बेहतर रिटर्न के लिए सोच-समझकर फैसला ले रहे हैं. यह न केवल स्टूडेंट्स की पर्सनल सक्सेस का संकेत है, बल्कि लेटेस्ट ग्लोबल टेक्नीकल और डेटा-संचालित इंडस्ट्री की बदलती जरूरतों को भी दर्शाता है.