Jyotiraditya Scindia की यूनीक है जैकेट, जिसको पहनकर किया रैंपवॉक
Jyotiraditya Scindia Eri Silk Jacket: आपने सुपरमॉडल्स और बॉलीवुड सेलिब्रिटीज को फैशन शो की शान बनते हुए अक्सर देखा होगा, लेकिन रैंप पर शायद की किसी राजनेता का दीदार होता हो, हालांकि पिछले दिनों केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कैटवॉक करते हुए हर किसी को चौंका दिया. सभी की नजर उनकी जैकेट पर पड़ गई जो बैहद खास है.
छा गए सिंधिया
दिल्ली के प्रगति मैदान स्थित भारत मंडपम में 'अष्टलक्ष्मी महोत्सव' के दौरान किसी ने भी नहीं सोचा होगा कि सिंधिया परिवार के चिराग रैंप पर अपनी रोशनी बिखरते हुए नजर आएंगे. उनके साथ राज्य मंत्री सुकांत मजूमदार भी चहलकदमी करते दिखे.
जैकेट पर टिकी नजर
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने रैंपवॉक करते हुए नॉर्थ ईस्ट के फैशन को प्रमोट किया. हर किसी की नजर उनकी स्पेशल जैकेट पर पड़ गई, आइए जानते हैं कि ये आउटफिट इतना खास क्यों है और इसकी चर्चा की वजह क्या है.
खास रेशम से तैयार
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने जो जैकेट पहना है उसके एरी सिल्क की मदद से तैयार किया गया है जिसे 'शाकाहारी रेशम' भी कहते हैं, इस सिल्क को नॉर्थ की पहचान भी माना जाता है.
एरी सिल्क क्या है?
एरी सिल्क एक खास तरह का रेशम है जो पालतू सिल्कवर्म सामिया रिकिनी (Samia ricini) के जरिए प्रोड्यूस किया जाता है. इसका उत्पादन मुख्य रूप से नॉर्थ ईस्ट राज्यों जैसे असम, नागालैंड और मेघालय में होता है, लेकिन स्मॉल स्केल में ये बिहार, ओडिशा, पश्चिम बंगाल में भी प्रोड्यूस किया जाता है.
इसे शाकाहारी रेशम क्यों कहते हैं?
एरी सिल्क को 'अहिंसा रेशम' या 'शाकाहारी रेशम' इसलिए कहा जाता है क्योंकि इसके प्रोडक्शन प्रॉसेस में रेशम के कीड़ों को नुकसान नहीं पहुंचाया जाता या उन्हें जान से नहीं मारा जाता, जो अहिंसक और इको फ्रेंडली सिद्धांतों के अनुरूप है. ट्रैडिशनल सिल्क प्रोडक्शन में कीड़ों से रेशम निकालने के लिए उन्हें जिंदा उबाला जाता है, एरी सिल्क कीड़ों के अपने कोकून से नेचुरली बाहर आने के बाद हासिल किया जाता है, जो इसे क्रूरता से मुक्त विकल्प बनाता है.