Gautam Adani: कॉलेज ड्राॅपआउट से भारत के सबसे अमीर आदमी बनने तक
कुछ दिनों पहले ही हुरुन इंडिया रिच लिस्ट जारी की गई है, जिसमें अडानी को भारत का सबसे धनी व्यक्ति बताया गया है. यानी मुकेश अंबानी भी उनसे एक कदम पीछे हैं. कॉलेज ड्रॉपआउट एक लड़का कैसे देश का सबसे धनी व्यक्ति बन गया. आइये जानते हैं.
देश के सबसे धनी व्यक्ति
11.6 लाख करोड़ रुपये के साथ गौतम अडानी देश के सबसे धनी व्यक्ति बन गए हैं. हुरुन इंडिया रिच लिस्ट (Hurun India Rich List 2024) में अडानी का नाम पहले स्थान पर है. उन्होंने मुकेश अंबानी को पीछे छोड़ दिया है. अब वो देश के सबसे रईस इंसान बन गए हैं. अडानी एक कॉलेज ड्रॉपआउट स्टूडेंट से देश के सबसे रईस व्यक्ति (India's richest billionaire) कैसे बनें, आइये उनके सफर पर एक नजर डालते हैं.
शुरुआती जीवन और फैमिली बैकग्राउंड
गौतम अडानी का जन्म 24 जून, 1962 को अहमदाबाद, गुजरात में हुआ था. एक मध्यम वर्गीय जैन परिवार में पले-बढ़े, वे आठ भाई-बहनों में सबसे छोटे थे. उनके पिता एक छोटे से कपड़ा व्यापारी के रूप में काम करते थे, जिसने अडानी के बिजनेस समझ की शुरुआत की और उसे आकार दिया.
अहमदाबाद के स्कूल में पढ़ाई की
अदानी ने अहमदाबाद में शेठ सी.एन. विद्यालय स्कूल में पढ़ाई की. बाद में उन्होंने कॉमर्स में ग्रेजुएशन की डिग्री के लिए गुजरात विश्वविद्यालय में दाखिला लिया, लेकिन 1981 में अपने दूसरे वर्ष के बाद उन्होंने बिजनेस वेंचर शुरू करने के लिए पढ़ाई छोड़ दी.
शुरुआती करियर
1978 में गौतम अडानी मुंबई चले गए और महेंद्र ब्रदर्स के लिए हीरा सॉर्टर के रूप में अपना करियर शुरू किया. हीरा उद्योग में यह शुरुआती अनुभव उनकी भविष्य की उद्यमशीलता की सफलताओं के लिए महत्वपूर्ण था.
ट्रेडिंग में एंट्री
1981 तक, अडानी ने मुंबई के झवेरी बाजार में हीरा ब्रोकरेज का काम शुरू कर दिया. इस शुरुआती बिजनेस सफलता ने उन्हें ट्रेड अवसरों को बढ़ाने में मदद की.
प्लास्टिक का कारोबार
1981 में, अडानी के बड़े भाई मनसुखभाई ने उन्हें एक प्लास्टिक युनिट को मैनेज करने के लिए बुलाया. इस महत्वपूर्ण कदम ने अडानी को पीवीसी आयात के जरिये वैश्विक व्यापार के अवसरों की खोज करने के लिए प्रेरित किया और यहां से उन्होंने अपनी बिजनेस जर्नी शुरू कर दी.
पोर्ट और पावर में आगे बढ़े
साल 1995 में, अडानी ने मुंद्रा पोर्ट का ठेका हासिल किया और पहली जेटी स्थापित की. इस वेंचर के साथ, साल 1996 में अडानी ने अपने अडानी पावर को बनाया .
इंटरनेशनल वेंचर
2009 से 2012 तक, अडानी ने ऑस्ट्रेलिया में एबॉट पॉइंट पोर्ट और कारमाइकल कोयला खदान का अधिग्रहण किया. इससे अडानी का अंतर्राष्ट्रीय निवेश बढ़ा.
रीन्यूएबल एनर्जी में सफलता
मई 2020 में, अडानी ने सोलर एनर्जी कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (SECI) से 6 बिलियन डॉलर की दुनिया की सबसे बड़ी सोलर बोली जीती. इस परियोजना के अडानी ने रीन्यूएबल एनर्जी में अपने कदम जमा लिए.
हुरुन की लिस्ट में टॉप पर
अगस्त 2024 में, गौतम अडानी और उनके परिवार ने 11.6 लाख करोड़ रुपये की कुल संपत्ति के साथ हुरुन इंडिया रिच लिस्ट में शीर्ष स्थान हासिल किया. अब वह मुकेश अंबानी को पीछे छोड़ कर भारत के सबसे धनी व्यक्ति बन गए हैं.