इन देशों में पलायन के बाद सबसे ज्यादा बसते हैं मुसलमान, ईसाइयों-हिंदुओं का ऐसा है हाल
Muslim Migrants in World:दुनिया में मुसलमानों की आबादी 1.8 बिलियन है, जो संसार की कुल आबादी का 24 प्रतिशत है. इस्लाम विश्व में दूसरा सबसे ज्यादा फॉलो किए जाने वाला धर्म है. पहला नंबर है ईसाइयों का, जिसे मानने वालों की तादाद 2.3 बिलियन है. दुनिया में 80 से 90 प्रतिशत मुसलमान सुन्नी हैं और 10-13 प्रतिशत शिया हैं. शिया मुसलमान पाकिस्तान, भारत, इराक और ईसान में रहते हैं. जबकि 300 मिलियन मुसलमान ऐसे देशों में रहते हैं, जो गैर-इस्लामिक हैं.
लेकिन क्या आप जानते हैं कि मुसलमान आबादी पलायन करके किन देशों में सबसे ज्यादा बसती है. साथ ही हिंदुओं और ईसाइयों के हाल क्या हैं? अगर नहीं तो चलिए आपको बताते हैं.
प्यू रिसर्च सेंटर की हाल में आई एक रिपोर्ट में कहा गया कि दुनिया के 47 फीसदी ईसाई, 29 फीसदी मुस्लिम, 5 फीसदी हिंदू, 4 प्रतिशत बौद्ध और 1 प्रतिशत यहूदी अपने जन्म के देश से बाहर जाते हैं.
प्यू के मुताबिक, पिछले 30 साल में अंतर्राष्ट्रीय प्रवासियों की कुल संख्या में 83 फीसदी का इजाफा हुआ है, जो 47 प्रतिशत की वैश्विक जनसंख्या वृद्धि से काफी ज्यादा है. अगर 1990 की बात करें तो उस वक्त 39.9 मिलियन मुसलमान दूसरे देशों में जाकर बस जाते थे. लेकिन 2020 में इस संख्या में जबरदस्त इजाफा हुआ और आंकड़ा 80.4 फीसदी तक पहुंच गया.
अब आपको बताते हैं, दुनिया के उन देशों के बारे में जहां जाकर मुसलमान आबादी सबसे ज्यादा बस जाती है. टॉप तीन देशों में संयुक्त अरब अमीरात, सऊदी अरब और तुर्की है.
जिन देशों से पलायन करके सबसे ज्यादा मुस्लिम जाते हैं, वे देश हैं भारत (8 फीसदी), सीरिया (10 फीसदी) और अफगानिस्तान (7 फीसदी). संयुक्त अरब अमीरात में 8 फीसदी मुसलमान आकर बस जाते हैं. जबकि सऊदी अरब में 13 फीसदी और तुर्की में 7 फीसदी.
वहीं 1990 में 72.7 फीसदी ईसाई पलायन करके दूसरे देशों में जाते थे. जबकि 2020 में यह आंकड़ा 130.9 फीसदी तक चला गया. ईसाई सबसे ज्यादा अमेरिका (27 फीसदी), जर्मनी (6 फीसदी) और रूस (6 फीसदी) में बस जाते हैं. वहीं हिंदुओं की बात करें तो सिर्फ 5 फीसदी हिंदू ही दूसरे देशों में जाकर बसते हैं.