`राजेश खन्ना के साथ काम करना था मुश्किल, हमेशा चापलूसों से घिरे रहते थे`, ये क्या बोल गए जावेद अख्तर?
Difficult To Work With Rajesh Khanna: बॉलीवुड पर राजेश खन्ना ने 70 से 80 के दशक में राज किया. एक वक्त ऐसा था कि इनके पीछे लड़कियों की दीवानगी इस हद तक थी कि उनकी कार पर लड़कियों के लिपस्टिक के निशान बन जाते थे. यहां तक कि उनके साथ काम करने के लिए डायरेक्टर्स की घर के बाहर भीड़ लग जाती थी. लेकिन हाल ही में फिल्म इंडस्ट्री के एक धुरंधर ने राजेश खन्ना को लेकर ऐसी बात कह दी कि उनका बयान आग लगा रहा है.
ये क्या बोल गए एक्टर?
ये धुरंधर कोई और नहीं बॉलीवुड के बेबाक जावेद अख्तर हैं. जावेद अख्तर इन दिनों अपनी डॉक्यूमेंट्री को लेकर सुर्खियों में हैं. हाल ही में यूट्यूब चैनल सैम के साथ बात करते हुए जावेद अख्तर ने राजेश खन्ना और अमिताभ बच्चन का कम्पेरिजन किया.
राजेश खन्ना संग काम करना मुश्किल
जावेद अख्तर ने राजेश खन्ना के बारे में बात करते हुए कहा कि वो एक वक्त था जब भारत में बच्चा भी पैदा होता था और सबसे पहले राजेश खन्ना कहता था. उसके बाद कहीं मम्मी पापा कहता था. लेकिन ये बहुत कम वक्त के लिए था. फिर एक ऐसा समय आया जब लगा कि बस अब हो गया.
चापलूसों से घिरे रहते थे
जावेद अख्तर ने आगे कहा कि उनके साथ काम करना काफी मुश्किल हो गया. उनके आसपास ज्यादातर चापलूस थे और वो उनसे घिरे रहते थे. हमने उस वक्त उनसे अलग होने का फैसला कर लिा था. हमें एहसास हुआ कि उनके साथ काम करना डिफिकल्ट हो गया था.
अमिताभ बच्चन थे फिट
जिस तरह की फिल्में हमारे दिमाग में थीं उसके लिए अमिताभ बच्चन फिट थे. हालांकि उस वक्त अमिताभ बच्चन सुपरस्टार नहीं थे. लेकिन एक बेहतरीन एक्टर थे. वो वो शख्स थे जिसके लिए हमें लगा कि ये हमारा विजय हो सकता है.
क्यों बिग बी का नाम रखते थे विजय?
इस इंटरव्यू में जावेद अख्तर ने ये भी बताया कि वो क्यों हमेशा अमिताभ बच्चन का नाम विजय रखते थे. जावेद अख्तर ने कहा कि विजय सुनने में अच्छा लगता था. एक बार रखा तो फिर यही रखते रहे. दीवार, त्रिशूल हर जगह यही नाम रखा. फिर 'शोले' में हमें लगा कि एक कैरेक्टर का नाम वीरू है तो दूसरे का वि हटाकर जय रख दिया.