कोई योगी सरकार में मंत्री रहा तो कोई मेयर, जानिए कौन हैं ये लोग, जिन्हें BJP ने थमाया राज्यसभा का टिकट
राज्यसभा के लिए होने वाले आगामी चुनाव के मद्देनजर बीजेपी ने कर्नाटक, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, बिहार, हरियाणा, छत्तीसगढ़ और पश्चिम बंगाल से अपने कैंडिडेट्स के नाम का ऐलान रविवार को कर दिया. बीजेपी ने बिहार से धर्मशीला गुप्ता और डॉ. भीम सिंह, छत्तीसगढ़ से राजा देवेंद्र प्रताप सिंह, हरियाणा से सुभाष बराला, कर्नाटक से नारायणा कृष्णासा भांडगे, उत्तराखंड से महेंद्र भट्ट और पश्चिम बंगाल से सामिक भट्टाचार्य को भी पार्टी का उम्मीदवार घोषित किया है. जबकि बीजेपी ने यूपी से सुधांशु त्रिवेदी, आरपीएन सिंह, चौधरी तेजवीर सिंह, साधना सिंह, अमरपाल मौर्य,संगीता बलवंत और नवीन जैन को उम्मीदवार बनाया है. चलिए अब आपको इन उम्मीदवारों के बारे में बताते हैं.
सुधांशु त्रिवेदी: बीजेपी के तेज-तर्रार प्रवक्ता हैं और जाति से ब्राह्मण हैं. लखनऊ से ताल्लुक रखने वाले सुधांशु त्रिवेदी मिकैनिकल इंजीनियरिंग में पीएचडी हैं वह राजनाथ सिंह के राजनीतिक सलाहकार भी रह चुके हैं. बीजेपी ने यूपी से केवल सुधांशु त्रिवेदी को ही रिपीट किया है.
RPN सिंह: रतनजीत प्रताप नारायण सिंह यानी आरपीएन सिंह कुशीनगर के सैंथवार राजपरिवार से आते हैं. 1996-2009 तक वह यूपी से विधायक रहे. यूपीए सरकार में वह सड़क एवं परिवहन, पेट्रोल एंड कॉरपोरेट अफेयर्स जैसे मंत्रालय संभाल चुके हैं. कुशीनगर से सांसद रह चुके हैं और कुर्मी बिरादरी से आते हैं. पिछले साल कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में आए थे.
चौधरी तेजवीर सिंह: जाट बिरादरी से आने वाले तेजवीर सिंह को भी बीजेपी ने राज्यसभा भेजने का फैसला किया है. वह 1996,1998 और 1999 में तीन बार मथुरा से लोकसभा सांसद रहे हैं. 2 दिसंबर 1959 को मथुरा के शाहपुर में जन्मे तेजवीर सिंह यूपी में सहकारिता की सबसे बड़ी संस्था यूपी कोऑपरेटिव बैंक लिमिटेड के चेयरमैन भी रह चुके हैं.
साधना सिंह: चंदौली की मुगलसराय सीट से पूर्व विधायक साधना सिंह को भी बीजेपी ने राज्यसभा का टिकट दिया है. साधना सिंह राजपूत समुदाय से आती हैं.
संगीता बलवंत: संगीता बलवंत गाजीपुर से विधायक और पूर्व मंत्री रही हैं. निषाद समाज से आती हैं. उनको जमीनी राजनीति करने वाली नेत्री माना जाता है. शुरुआत में वह बसपा से राजनीति करती थीं लेकिन बीजेपी नेता मनोज सिन्हा से प्रभावित होकर उन्होंने बीजेपी जॉइन की.
नवीन जैन: यूपी से जिन 7 नेताओं को बीजेपी ने राज्यसभा भेजने का फैसला किया है, उनमें नवीन जैन का नाम भी शामिल है. जैन आगरा के पूर्व मेयर और सांसद रह चुके हैं. उन्हें यूपी के बेहद अमीर नेताओं में गिना जाता है.
अमरपाल मौर्य: बीजेपी के महामंत्री हैं और कोइरी समुदाय से आते हैं. साल 2022 के विधानसभा चुनाव में उनको ऊंचाहार से शिकस्त मिली थी. पार्टी में उनको काम करने का लंबा अनुभव है. इतना ही नहीं संगठन में भी उनकी पकड़ मजबूत मानी जाती है.
डॉ. धर्मशीला गुप्ता: बिहार में बीजेपी की महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष हैं. धर्मशीला गुप्ता दरभंगा के डॉ नागेंद्र झा महिला विद्यालय में पॉलिटिकल साइंस की टीचर हैं. पहली बार उन्होंने दरभंगा नगर निगम के चुनाव में किस्मत आजमाई थी और पार्षद बनीं. वह कोल इंडिया की मेंबर भी हैं. 2022 में दरभंगा नगर निगम में मेयर पद का चुनाव लड़ा लेकिन शिकस्त मिली.
डॉ. भीम सिंह: राज्यसभा के लिए बीजेपी ने डॉ. भीम सिंह पर भी दांव लगाया है. भीम सिंह चंद्रवंशी कहार जाति से आते हैं. लालू यादव से लेकर नीतीश दोनों के साथ काम कर चुके हैं. कुछ वर्षों पहले उन्होंने बीजेपी का दामन थामा है. फिलहाल वह बीजेपी के उपाध्यक्ष हैं और नीतीश कैबिनेट में मंत्री भी रह चुके हैं.
राजा देवेंद्र प्रताप सिंह: बीजेपी ने राजा देवेंद्र प्रताप सिंह को भी राज्यसभा उम्मीदवार बनाया है. देवेंद्र प्रताप सिंह रायगढ़ की रॉयल फैमिली से हैं. अप्रैल में छत्तीसगढ़ से राज्यसभा सांसद सरोज पांडेय का कार्यकाल खत्म हो रहा है. देवेंद्र प्रताप सिंह गोंड (अनुसूचित जनजाति) समुदाय से आते हैं. उनके पिता सुरेंद्र प्रताप सिंह का बतौर विधायक 2 दशक का कार्यकाल रहा. आज से 20 साल पहले वह कांग्रेस का हाथ छोड़कर बीजेपी के साथ आए थे. फिलहाल वह जिला पंचायत के सदस्य हैं.
सुभाष बराला: जाट समुदाय से आने वाले सुभाष बराला किसान नेता हैं और हरियाणा राज्य सार्वजनिक उपक्रम ब्यूरो के चेयरमैन भी. इसी के तहत राज्य के अन्य निगम और बोर्ड ऑपरेट करते हैं. वह मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के करीबी हैं. किसान और जाट वोटर्स को अपने पक्ष में करने के लिए बीजेपी ने उनको राज्यसभा भेजने की स्ट्रैटजी अपनाई है.
महेंद्र भट्ट: उत्तराखंड के बीजेपी अध्यक्ष हैं. साल 2022 में महेंद्र भट्ट बदरीनाथ सीट से चुनाव हार गए थे. लेकिन बावजूद इसके बीजेपी ने उनको प्रदेश अध्यक्ष बनाया. फिलहाल उत्तराखंड से अनिल बलूनी राज्यसभा सांसद हैं. लेकिन अब महेश भट्ट का राज्यसभा जाना तय माना जा रहा है. बीजेपी के पास 70 में से 47 सीटें हैं. भट्ट ने एमकॉम किया है और वह ब्राह्मण थाला गांव के रहने वाले हैं. हिमाचल और महाराष्ट्र के प्रभारी भी रह चुके हैं.
सामिक भट्टाचार्य: बंगाल की बशीरहाट दक्षिण सीट से साल 2014 से 2016 तक सदस्य रह चुके हैं. साल 2020 से बीजेपी बंगाल के प्रवक्ता हैं. 5 नवंबर 1963 को जन्मे सामिक भट्टाचार्य को अब बीजेपी ने राज्यसभा भेजने का फैसला किया है.