Ganpati Marriage Secret: भगवान गणेश को किसने दिया था 2 पत्नियां होने का श्राप, ये है गणपति की शादी का रहस्य
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Ganpati Marriage Secret: भगवान गणेश को किसने दिया था 2 पत्नियां होने का श्राप, ये है गणपति की शादी का रहस्य

Ganpati Marriage Secret: हिंदू धर्म में शादी-विवाह जैसे मांगलिक कार्यों में सबसे पहले भगवान गणेश का आवाहन किया जाता है. लेकिन, क्या आपको पता है कि आखिर गणपति को 2 पत्नियां होने का श्राप किसने दिया था.

 

Ganpati Marriage Secret: भगवान गणेश को किसने दिया था 2 पत्नियां होने का श्राप, ये है गणपति की शादी का रहस्य

Ganpati Marriage Secret: किसी भी प्रकार के मांगलिक कार्यों में सबसे पहले गणपति यानी भगवान गणेश का आवाहन और पूजन किया जाता है. ऐसा इसलिए क्योंकि, शास्त्रों में भगवान गणेश को प्रथम पूज्य कहा गया है. धार्मिक ग्रंथों में इस बात का उल्लेख मिलता है कि भगवान गणेश की दो पत्नियां थीं. भगवान गणेश की पत्नी एक पत्नी का नाम ऋद्धि, जबकि दूसरी पत्नी का नाम सिद्धि है. भगवान गणेश की दोनों पत्नियों से दो पुत्र हुए, जिनके नाम शुभ और लाभ हैं. भगवान गणेश की दो पत्नियां क्यों हैं इसको लेकर हर किसी के मन में सवाल खड़ा होता है. आइए, जानते हैं कि आखिर किस कन्या ने भगवान गणेश की दो पत्नियां होने का श्राप दिया था और गणपति के विवाह का रहस्य क्या है. 

तुलसी से जुड़ा है श्राप का रहस्य

पौराणिक कथा के अनुसार, भगवान गणेश के दो विवाह का रहस्य भगवान विष्णु की पत्नी तुलसी से जुड़ा है. कहा जाता है कि एक बार भगवान किसी विशेष प्रकार की तपस्या में लीन थे. तभी तुलसी की नजर उन पर पड़ी. पहली नजर में तुलसी भगवान गणेश के प्रति आकर्षित हो गईं और उनके समक्ष विवाह का प्रस्ताव रखा. दूसरी ओर, भगवान गणेश ने ब्रह्मचर्य का पालन करने का संकल्प लिया था. ऐसे में भगवान गणेश से तुलसी से मिले विवाह के प्रस्ताव को ठुकरा दिया.

तुलसी ने क्यों दिया गणपति को 2 पत्नियां होने का श्राप

भगवान गणेश ने जैसे ही तुलसी के विवाह प्रस्ताव को ठुकराया, तुलसी को यह बात सहन न हुई और उन्होंने क्रोध में आकर गणपति को दो विवाह होने का श्राप दे दिया. तुलसी ने भगवान गणेश को श्राप देते हुए कहा कि जिस प्रकार वे एक कन्या का विवाह प्रस्ताव ठुकरा रहे हैं उन्हें एक नहीं, बल्कि दो विवाह होंगे. कहते हैं कि यही वजह है कि आगे चलकर भगवान गणेश को ऋद्धि और सिद्धि नामक दो कन्याओं से विवाह करना पड़ा. ऐसा तुलसी जी के श्राप की वजह से हो सका.

... तो भगवान गणेश ने भी दे दिया तुलसी को श्राप

कहते हैं कि तुलसी के मुंह के कठोर वचन सुनकर भगवान गणेश को भी क्रोध आ गया. भगवान गणेश में क्रोध में आकर तुलसी को श्राप दिया तुम किसी देव या मनुष्य के साथ रहने योग्य नहीं हो इसलिए तुम्हारा विवाह किसी असुर से होगा. कहते हैं गणपति की श्राप की वजह से ही तुलसी का विवाह जलंधर नामक असुर से हुआ था. कहते हैं कि श्राप की वजह से भी भगवान गणेश की पूजा में तुलसी का प्रयोग निषेध है.

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

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