साउथ अफ्रीका के खिलाफ मैच करेगा वेस्टइंडीज की किस्मत का फैसला, सेमीफाइनल में एंट्री के लिए करना होगा ये काम
सुपर-8 के पहले मैच में इंग्लैंड से हारने के बाद वेस्टइंडीज ने सह मेजबान अमेरिका को 9 विकेट से हराया. अब जीत के साथ उसका सेमीफाइनल में प्रवेश तय हो जाएगा, जबकि हारने पर मामला नेट रनरेट पर जाएगा और वह भी तब जबकि अमेरिका दूसरे मैच में इंग्लैंड को हरा दे.
मेजबान वेस्टइंडीज को टी20 वर्ल्ड कप सेमीफाइनल में जगह बनाने के लिए दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सोमवार को सुपर-8 का आखिरी मुकाबला हर हालत में जीतना होगा. सुपर-8 के पहले मैच में इंग्लैंड से हारने के बाद वेस्टइंडीज ने सह मेजबान अमेरिका को 9 विकेट से हराया. अब जीत के साथ उसका सेमीफाइनल में प्रवेश तय हो जाएगा, जबकि हारने पर मामला नेट रनरेट पर जाएगा और वह भी तब जबकि अमेरिका दूसरे मैच में इंग्लैंड को हरा दे.
दूसरी ओर दक्षिण अफ्रीका ने अभी तक सभी छह मैच जीते हैं, लेकिन उसे भी जीत की जरूरत है. हारने पर उसका अंतिम चार में पहुंचना भी बाकी मैचों के नतीजों और नेट रनरेट पर टिका होगा. दोनों टीमों के सामने हालांकि मैच से पहले तस्वीर साफ होगी. वेस्टइंडीज टीम इंग्लैंड के खिलाफ स्ट्राइक रोटेट करने में नाकाम रही थी, लेकिन अमेरिका के खिलाफ अपनी इस कमी से उसने पार पा लिया. शाई होप ने 39 गेंद में 82 रन बनाए और उनके अलावा डेथ ओवरों में निकोलस पूरन और आंद्रे रसेल भी आक्रामक बल्लेबाजी में माहिर हैं.
काइल मायर्स भी अपनी बारी आने का इंतजार कर रहे हैं. एसए 20 और टी20 वर्ल्ड कप से पहले दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ उनके शानदार प्रदर्शन को देखते हुए उन्हें मौका दिया जा सकता है. रोस्टन चेस ने मैच से पूर्व प्रेस कांफ्रेंस में कहा,‘हम पावरप्ले में जब भी अच्छा प्रदर्शन करते हैं, मैच जीत जाते हैं. अभी यही फोकस होगा कि पावरप्ले में गेंदबाजी और बल्लेबाजी बढ़िया रहे.’
दूसरी ओर दक्षिण अफ्रीका सारे मैच जीतने के बावजूद आत्मविश्वास से भरी नहीं लग रही. अमेरिका और नेपाल जैसी नौसिखिया टीमों ने उसे नाकों चने चबवा दिए थे.दक्षिण अफ्रीका के स्पिनर केशव महाराज ने कहा ,‘पिछले सभी विश्व कप देखें तो हम कई करीबी मुकाबले हारे हैं. इस बार हम उन्हें जीत रहे हैं जो देखकर अच्छा लग रहा है.’
दक्षिण अफ्रीका के लिए क्विंटन डिकॉक और रीजा हेंडरिक्स ने रन बनाने की जिम्मेदारी निभाई है, जबकि गेंदबाजी में एनरिच नॉर्किया और केशव कामयाब रहे हैं. वेस्टइंडीज के पास अकील हुसैन, गुडाकेश मोती और चेस जैसे उम्दा स्पिनर भी हैं जिन पर बीच के ओवरों में रनगति रोकने का जिम्मा होगा.