TMKOC Cast: क्या से क्या हो गया.... पिछले 15 सालों में कलाकारों का बदल गया रंग-रूप
Taarak Mehta Ka Ooltah Chashmah Cast Then and Now: 28 जुलाई, 2008 को शुरू हुए तारक मेहता का उल्टा चश्मा को 15 साल पूरे हो चुके हैं और इतने सालों में काफी कुछ बदल चुका है. वहीं फिल्म की कास्ट का लुक भी काफी चेंज हो चुका है.
जेठालाल का बदला लुक
सबसे पहले बात शो में लीड एक्टर जेठालाल की. जो पिछले 15 सालों में काफी बदल चुके हैं. किरदार का लुक काफी बदल चुका है. ये शो जब शुरू हुआ था तब से लेकर अब तक वो उनके लुक और बोलने के अंदाज में काफी बदलाव आ चुका है.
दयाबेन भी रही हैं शो का हिस्सा
2008 से 2017 तक दिशा वकानी ने दयाबेन का किरदार निभाया था. लेकिन 9 साल में उनके कई अतरंगी रंग देखने को मिले. फिलहाल वो शो का हिस्सा नहीं हैं और तारक मेहता का उल्टा चश्मा को छोड़ चुकी हैं लेकिन उनके जाने के बाद आज तक इस किरदार में कोई नहीं दिखा है.
भिड़े का 15 सालों में बदला लुक
सबसे ज्यादा चेंज हुए हैं गोकुलधाम सोसायटी के एकमेव सेक्रेटरी आत्माराम भिड़े. मंदार चंदवादकर इस रोल को 2008 से निभाते आ रहे हैं लेकिन शुरू से लेकर अब तक वो काफी बदल चुके हैं लेकिन जो नहीं बदला है वो है उनके नियम और अनुशासन.
माधवी भाभी भी दिखती हैं बदली-बदली
सिर्फ भिड़े ही नहीं बल्कि माधवी भाभी का लुक भी काफी हद तक पिछले 15 सालों में बदल चुका है. असल जिंदगी में भी एक बिजनेसवुमैन सोनालिका जोशी शो में भी अचार पापर का बिजनेस करती नजर आती हैं.
बबीता जी हुई और भी ग्लैमरस
अब बबीता जी के बारे में हम क्या ही कहें. पहले एपिसोड से लेकर अब तक इनकी तो कायापलट ही हो चुकी है. उनका लुक, स्टाइल और ड्रेसिंग सेंस तक सब कुछ काफी बदल चुका है. अब वो पहले से ज्यादा ग्लैमरस नजर आती हैं.
बदल चुका है पोपटलाल का अंदाज
पोपटलाल का लुक भी 15 सालों में बदल चुका है. लेकिन जो नहीं बदला वो है कि वो आज भी कुंवारे हैं. इन 15 सालों में पोपटलाल की शादी के ना जाने कितने ही जुगाड़ लगाए जा चुके हैं लेकिन आज तक उनकी शादी का योग नहीं आया है.
कोमल भाभी की भी हुई कायापलट
कोमल भाभी की कायापलट भी भी पिछले 15 सालों में गजब की हो चुकी है. आज वो काफी अलग नजर आती हैं.जिन्हें एक नजर में पहचानना थोड़ा मुश्किल हो जाता है.
अमित भट्ट का बदला लुक
शो में शुरुआत से ही चंपक लाल गड़ा का रोल अमित भट्ट निभा रहे हैं. और ये भी 15 सालों में काफी बदले हैं. हालांकि जो नहीं बदला वो है बापूजी का गुस्सा जिसका शिकार अक्सर जेठालाल ही बनते हैं.