Rajasthan Chunav: बागियों-निर्दलीयों को मनाने में लग गए माननीय, वसुंधरा ने लगाया फोन तो क्या बोले प्रत्याशी?
Vasundhara Raje: नेताओं को यह पता है कि अगर कांटे का मुकाबला रहा है और त्रिशंकु विधानसभा की स्थिति बनी तो बागी और निर्दलीय मुख्य भूमिका में होंगे. इसी कड़ी में अब वसुंधरा राजे ने भी मोर्चा संभाल लिया है.
Rajasthan Chunav Result: राजस्थान विधानसभा चुनाव के भी नतीजे रविवार को आने वाले हैं और पूरे राज्य में इस बात को लेकर बेसब्री है कि आखिरकार अगले पांच साल कौन चलाएगा? एग्जिट पोल के नतीजों के मुताबिक, बीजेपी की सरकार बनने की संभावना है, लेकिन कांग्रेस भी पीछे नहीं है. कुछ एग्जिट पोल में उसे भी आगे दिखाया गया है. दोनों दलों के बीच कांटे की टक्कर होने की संभावना है. लेकिन इसी बीच नेता बागियों को साधने में जुट गए हैं.
असल में नेताओं को यह पता है कि अगर कांटे का मुकाबला रहा है और त्रिशंकु विधानसभा की स्थिति बनी तो बागी और निर्दलीय मुख्य भूमिका में होंगे. इसी कड़ी में अब वसुंधरा राजे ने भी मोर्चा संभाल लिया है. जानकारी के मुताबिक शुक्रवार को वसुंधरा राजे ने सांचौर से निर्दलीय चुनाव लड़ रहे जीवाराम चौधरी को फोन कर जन्मदिन की बधाई दी. फोन पर ही चौधरी ने राजे को बता दिया कि वह जीत का सर्टिफिकेट लेकर जयपुर आ रहे हैं.
देखना होगा कि वसुंधरा राजे की इस कोशिश से क्या फायदा होता है? क्या जीवाराम चौधरी भाजपा के पक्ष में खड़े होते हैं? या फिर वह निर्दलीय ही चुनाव जीतते हैं? क्योंकि यह भी जानकारी सामने आई कि दो दिन पहले अशोक गहलोत का भी फोन उनके पास आया था. हालांकि जीवाराम चौधरी ने कहा कि वह 3 दिसंबर को ही अपना पक्ष रखेंगे.
फिलहाल यह देखना दिलचस्प होगा कि आखिरकार कौन सी पार्टी बहुमत हासिल करती है. अगर किसी एक पार्टी को बहुमत नहीं मिलता है, तो फिर त्रिशंकु विधानसभा बन सकती है. ऐसी स्थिति में निर्दलीय उम्मीदवारों और बागियों की भूमिका अहम हो सकती है. दोनों प्रमुख दल के नेता निर्दलीय उम्मीदवारों और बागियों को अपने पक्ष में करने की कोशिश में जुटे हुए हैं. वे कई बागी और निर्दलीय नेताओं को फोन कर रहे हैं और उनसे संपर्क साध रहे हैं.
बागियों की बात करें तो सांचौर से निर्दलीय चुनाव लड़ रहे जीवाराम चौधरी की स्थिति मजबूत दिख रही है. इसके अलावा बाड़मेर में बीजेपी के बागी रविन्द्र सिंह भाटी और प्रियंका चौधरी हैं. उनकी भी स्थिति मजबूत है. इसके साथ कई ऐसी सीटें हैं जहां बागी और निर्दलीय तगड़ी स्थिति में हैं. जानकारी के मुताबिक बीजेपी-कांग्रेस के बड़े नेताओं की तरफ से उन्हें संपर्क किया जा रहा है.