Weird Festival: आग का गोला फेंककर मनाते ने खतरनाक त्योहार, हैरान कर देने वाला है इसका इतिहास
Bolas de Fuego Festival: हर साल 31 अगस्त की शाम को नेजापा के निवासी 1658 एल प्लेऑन ज्वालामुखी विस्फोट की स्मृति में आग के गोले फेंकने के लिए इकट्ठा होते हैं. इतिहास कहता है कि प्राकृतिक आपदा ने पुराने शहर के ग्रामीणों को भागने और नए स्थान पर बसने के लिए मजबूर किया था. चलिए जानते हैं इस अजीबोगरीब त्योहार के बारे में.
100 साल से भी पुराना है ये त्योहार
हर साल 31 अगस्त को अल साल्वाडोर के एक छोटे से शहर नजापा में 100 साल से भी अधिक पुराना त्योहार मनाया जाता है, जिसे 'बॉल्स ऑफ फायर' के नाम से जाना जाता है. इस त्योहार में दर्जनों युवाओं से बने दो समूह एक-दूसरे के ऊपर कपड़ों से बने जलते हुए गोले फेंकते हैं.
दो टीमें एक-दूसरे पर फेंकती हैं आग का गोला
लोग इसी परंपरा स्थानीय निवासी अपने चेहरों को खोपड़ी की तरह रंगने के लिए खुद को दो टीमों में विभाजित करते हैं और विरोधी टीम पर मिट्टी के तेल के हथेली के आकार के आग के गोले फेंककर त्योहार की शुरुआत करते हैं.
यहां चल रहा है लास बोलास डी फुएगो
हालांकि खतरनाक लास बोलास डी फुएगो 100 से अधिक वर्षों से चल रहा है और दुनिया भर में शीर्ष अजीबोगरीब त्योहारों में से एक है. नेजापेंस युवा दिवस की स्मृति में आयोजित होने वाले इस कार्यक्रम की कई धार्मिक और ऐतिहासिक कहानियां हैं.
इस त्योहार को लेकर कई सारी कहानियां
स्थानीय लोगों के बीच सबसे लोकप्रिय कहानियां इस बात का बचाव करती हैं कि यह परंपरा या तो नेजापा के संरक्षक संत सैन जेरोनिमो डॉक्टर और शैतान के बीच लड़ाई की है या 1658 में सैन साल्वाडोर में ज्वालामुखी 'एल प्लेओन' के विस्फोट की याद दिलाती है.
नेजापा का क्या है मतलब
नेजापा सैन साल्वाडोर शहर से 21 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है, और नहुआट जगह का नाम 'नेजापा' का अर्थ 'राख की नदी' है.