कहीं कोई आपके साथ न कर दे OTP Scam, जानें इसे पहचानने और बचने का तरीका
OTP Scam: ओटीपी का मतलब होता है One-Time Password. यह एक सेफ्टी कोड होता है जो आपके मोबाइल नंबर या ईमेल पर भेजा जाता है ताकि आपकी पहचान को वेरिफाई किया जा सके. लेकिन, स्कैमर्स इसका इस्तेमाल करके लोगों के साथ स्कैम भी करते हैं. OTP स्कैम तब होता है जब धोखाधड़ी करने वाले आपसे OTP प्राप्त करने के लिए आपको धोखा देते हैं और फिर ओटीपी का इस्तेमाल करके आपके बैंक अकाउंट को एक्सेस करके आपके पैसे निकाल लेते हैं. लेकिन, कुछ तरीकों को अपनाकर आप ओटीपी स्कैम से बच भी सकते हैं. आइए आपको ओटीपी स्कैम से बचने के तरीके बताते हैं.
OTP कभी भी किसी को न बताएं
OTP केवल आपके व्यक्तिगत उपयोग के लिए होता है. इसे कभी भी किसी के भी साथ शेयर न करें, भले ही कोई आपको फोन करके बैंक कर्मचारी या कोई सरकारी अधिकारी होने की बात ही क्यों न कहे.
फिशिंग ईमेल से सावधान रहें
फ्रॉड करने वाले आपको एक फर्जी ईमेल भेज सकते हैं जो आपको लगेगा कि बैंक की तरफ से आया है. ईमेल में आपको OTP दर्ज करने के लिए कहा जा सकता है. ईमेल में व्याकरण की गलतियां हो सकता हैं. इसलिए अगर आपको शक हो तो उनका जवाब न दें.
फर्जी कॉल से सावधान रहें
धोखाधड़ी करने वाले आपको अननोन नंबर से बैंक कर्मचारी बनकर फोन कर सकते हैं और आपसे OTP बताने के लिए कह सकते हैं. अगर आपको कोई ऐसा कॉल आता है तो उसे तुरंत डिस्कनेक्ट कर दें.
SMS के जरिए फ्रॉड
धोखाधड़ी करने वाले आपको एक SMS भेज सकते हैं जिसमें आपको OTP दर्ज करने के लिए कहा जाता है. कोई भी बैंक या अन्य संस्थान कभी भी ओटीपी नहीं मांगता. अगर आपको ऐसा मैसेज आता है तो उस नंबर को ब्लॉक कर दें.
बैंक से संपर्क करें
अगर आपने गलती से किसी को अपना ओटीपी बता दिया है और आपको लगता है कि आप OTP स्कैम का शिकार हो गए हैं, तो तुरंत अपने बैंक से संपर्क करें. आप बैंक के टोल फ्री नंबर पर कॉल कर सकते हैं.