Aahwan Akhada Chief: आह्वान अखाड़े के प्रमुख, इंद्र गिरि महाराज गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं के बावजूद प्रयागराज महाकुंभ में पहुंचे. जहां उन्होंने कह-"हम लोग नागा फौजी हैं और आदिगुरु शंकराचार्य की बनाई परंपरा का निर्वहन कर रहे हैं.
Trending Photos
Mahakumbh 2025 Aahwan Akhada Chief: प्रयागराज में महाकुंभ का आयोजन धीरे-धीरे रफ्तार पकड़ने लगा है. महाकुंभ की औपचारिक शुरुआत 13 जनवरी से होगी. इस बीच देशभर से संत-महात्मा और विभिन्न अखाड़ों के सदस्यों का महाकुंभ में पहुंचना शुरू हो गया है. तीन दिन पहले, आह्वान अखाड़े के साधु-संतों ने भव्य लाव-लश्कर के साथ छावनी में प्रवेश किया.
आह्वान अखाड़े के प्रमुख, इंद्र गिरि महाराज गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं के बावजूद महाकुंभ में शामिल हुए. ऑक्सीजन सिलेंडर पर निर्भर और चलने-फिरने में असमर्थ इंद्र गिरि महाराज ने बताया कि उनकी अंतिम इच्छा थी कि वे इस महाकुंभ में भाग लें. उनका मानना है कि यह परंपरा जगद्गुरु शंकराचार्य द्वारा शुरू की गई थी और अखाड़े के नागा साधु इस परंपरा को निभाने के लिए महाकुंभ में हिस्सा लेते हैं.
शंकराचार्य की परंपरा का निर्वहन
इंद्र गिरि महाराज ने कहा, "हम नागा साधु हैं और इस परंपरा को निभाने के लिए महाकुंभ में आते हैं. हर बार जहां भी कुंभ होता है, हमारा अखाड़ा उसमें भाग लेता है. इस बार प्रयागराज महाकुंभ में हमारी छतरी लगेगी और अखाड़े का भंडारा भी संचालित होगा." जब उनकी खराब तबीयत के बावजूद कुंभ में आने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, "यह मेरी अंतिम इच्छा थी कि मैं इस महाकुंभ में शांति से भाग लूं और अपने आश्रम लौट जाऊं." उन्होंने यह भी कहा कि हम लोग नागा फौजी हैं और आदिगुरु शंकराचार्य की बनाई परंपरा का निर्वहन कर रहे हैं.
#WATCH | Prayagraj, Uttar Pradesh: Indra Giri Maharaj of Aawahan Akhara says, "It is a tradition made by Jagadguru Shankaracharya and we are following it. Wherever there is a Kumbh Mela, we attend it... My last wish is to attend the Kumbh mela peacefully and reach back to our… pic.twitter.com/FHm8hQ6OnL
— ANI (@ANI) December 26, 2024
नागा साधुओं का भव्य प्रवेश
तीन दिन पहले आह्वान अखाड़े के साधु-संतों और नागा साधुओं ने भव्य शोभायात्रा के साथ छावनी में प्रवेश किया. गाजे-बाजे, ऊंटों और घोड़ों की सवारियों ने शोभा यात्रा को और भी आकर्षक बना दिया. कुंभ मेले की भव्यता और आध्यात्मिकता अभी से लोगों को आकर्षित कर रही है.
महाकुंभ को लेकर क्या है तैयारी
उत्तर प्रदेश सरकार इस बार महाकुंभ को ऐतिहासिक और दिव्य बनाने के लिए बड़े स्तर पर तैयारियां कर रही है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद इन तैयारियों की निगरानी कर रहे हैं. कुंभ नगरी को सनातन परंपरा के अनुसार सजाया और संवारा गया है. इस महाकुंभ में करीब 40 करोड़ श्रद्धालुओं के शामिल होने का अनुमान है, जिसके लिए प्रशासन ने व्यापक इंतजाम किए हैं.