देश के नए चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार की बेटी-दामाद भी हैं IAS, मिलिए इस ब्रिलिएंट फैमिली से
Election Commissioner Gyanesh Kumar Family: भारत के नए चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार रिटायर्ड आईएएस अधिकारी है. उनकी फैमिली पूरी तरह से प्रशासनिक सेवा से जुड़ी हुई है. उनकी बेटी मेधा रूपम और दामाद मनीष बंसल भी आईएस ऑफिसर हैं. आप हमारे इस लेख में इस ब्रिलिएंट फैमिली के बारे में जान सकते हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली एक उच्च स्तरीय समिति ने गुरुवार को रिटायर्ड आईएएस अधिकारी ज्ञानेश कुमार और सुखबीर सिंह संधू को नए चुनाव आयुक्त के रूप में नामित किया. दरअसल, 14 फरवरी को अनूप चंद्र पांडे के रिटायरमेंट और 9 मार्च को अरुण गोयल के आश्चर्यजनक इस्तीफे के बाद यह रिक्तियां आई थीं.
कौन हैं ज्ञानेश कुमार?
1988 बैच के केरल कैडर के आईएएस अधिकारी (रिटायर्ड) ज्ञानेश कुमार इस साल 31 जनवरी को सहकारिता सचिव के पद से रिटायर हुए थे. ज्ञानेश कुमार पहले केंद्र में संसदीय कार्य सचिव थे और उन्होंने 2019 में अनुच्छेद 370 को निरस्त करने के दौरान गृह मंत्रालय में अतिरिक्त सचिव के रूप में भी कार्य किया था.
उनके कार्यकाल के दौरान, सहकारिता मंत्रालय ने बहु-राज्य सहकारी समितियों (MSCS) (संशोधन) अधिनियम, 2023 को अधिनियमित किया और तीन नए राष्ट्रीय सहकारी निकायों - भारतीय बीज सहकारी समिति लिमिटेड (BBSSL), राष्ट्रीय सहकारी ऑर्गेनिक्स लिमिटेड (NCOL) और नेशनल कोऑपरेटिव एक्सपोर्ट लिमिटेड (NCEL) का गठन किया. उन्होंने सहारा ग्रुप की चार बहु-राज्य सहकारी समितियों के वास्तविक खाताधारकों द्वारा दावे प्रस्तुत करने के लिए सीआरसीएस-सहारा रिफंड पोर्टल के समय पर लॉन्च में महत्वपूर्ण भूमिका भी निभाई. वहीं, ज्ञानेश कुमार ने यूपीए सरकार के दौरान 2007 से 2012 तक रक्षा मंत्रालय में संयुक्त सचिव (रक्षा उत्पादन) के रूप में भी कार्य किया है.
प्रशासनिक सेवा से जुड़ा परिवार
नए चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार का परिवार पूरी तरह से प्रशासनिक सेवा से जुड़ा हुआ है. ज्ञानेश कुमार की बेटी मेधा रूपम और उनके पति मनीष बंसल, दोनों ही यूपी कैडर के आईएएस अधिकारी हैं.
बेटी ग्रेटर नोएडा की एडिशनल सीईओ
मेधा रूपम ने अपने करियर की शुरुआत एक शूटिंग प्लेयर के तौर पर की थी. केरल की स्टेट शूटिंग चैंपियनशिप में उन्होंने तीन गोल्ड मेडल भी अपने नाम किए थे. लेकिन उन्होंने अपने पिता से प्रेरित होकर शूटिंग छोड़ आईएएस अधिकारी बनने का रुख किया. साल 2014 में यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा पास कर मेधा आईएएस ऑफिसर बन गईं और आज वह ग्रेटर नोएडा के एडिशनल सीईओ के रूप में कार्यरत हैं.
दामाद असिस्टेंट मजिस्ट्रेट पद पर तैनात
आईएएस की ट्रेनिंग के दौरान मसूरी में मेधा रूपम की मुलाकात आईएएस ऑफिसर मनीष बंसल से हुई, जिसके बाद दोनों में लगाव काफी बढ़ा और दोनों ने शादी करने का फैसला किया. आज उनके दो बच्चे (एक बेटा और एक बेटी) भी हैं. बता दें कि मनीष बंसल भी 2014 बैच के ही आईएएस अधिकारी हैं. उनका जन्म पंजाब में 14 जनवरी 1990 को हुआ था और उन्होंने अपनी शुरुआती शिक्षा पंजाब में ही हासिल की है. उन्होंने एमटेक तक पढ़ाई की है. आज वह यूपी के बरेली में असिस्टेंट मजिस्ट्रेट के पद तैनात हैं.