`मां, चुनाव प्रचार में पैर के नाखून टूट गए`, अलीगढ़ यूनिवर्सिटी से गोल्ड मेडलिस्ट, गाजियाबाद की सबा हैदर ने अमेरिका में रचा इतिहास
Who Is Saba Haider Wins DuPage County Board Election: अमेरिका में इन दिनों राष्ट्रपति चुनाव की धूम है. ट्रंप ने इतिहास तो रचा ही है, वहीं, डूपेज काउंटी बोर्ड के चुनाव (Saba Haider Wins DuPage County Board Election) में एक भारतीय बेटी सबा हैदर भी इतिहास रच दिया है. गाजियाबाद की सबा हैदर ने अमेरिका में डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार के रूप में रिपब्लिकन पार्टी की पैटी गुस्टिन को 8,500 वोटों के अंतर से हराकर शानदार जीत हासिल की. अब उनकी जीत से गाजियाबाद में उनके परिवार में खुशी की लहर दौड़ गई है. आइए जानते हैं आखिर कौन हैं सबा हैदर, जिन्होंने चुनाव जीतकर अमेरिका में रचा इतिहास. क्या है उनका अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी से रिश्ता.
अमेरिका में इन दिनों राष्ट्रपति चुनाव की चर्चा जोरों पर है. इस चुनाव के साथ-साथ डूपेज काउंटी बोर्ड के चुनाव में भी दिलचस्प नतीजे सामने आए. गाजियाबाद की सबा हैदर ने अमेरिका में डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार के रूप में रिपब्लिकन पार्टी की पैटी गुस्टिन को 8,500 वोटों के अंतर से हराकर शानदार जीत दर्ज की है. जानें सबा का भारत से क्या है रिश्ता?
सबा हैदर गाजियाबाद के चित्रगुप्त विहार में रहने वाले जल निगम के रिटायर्ड वरिष्ठ अभियंता अली हैदर की बेटी हैं. उनकी मां महजबीं हैदर कमजोर वर्ग के बच्चों को शिक्षा देने के लिए एक स्कूल चलाती हैं. वह अब्बास हैदर और जीशान हैदर दो भाईयों में बड़ी हैं.
गाजियाबाद के चित्रगुप्त विहार की रहने वालीं सबा हैदर पिछले करीब डेढ़ दशक से अमेरिका में दुनिया के अनेक देशों के लोगों में योग को बढ़ावा दे रही हैं. वह हजारों लोगों को ऑनलाइन व ऑफलाइन योग प्रशिक्षण देती हैं. इस बीच स्वास्थ्य, शिक्षा, पर्यावरण और नशा विरोधी जागरूकता अभियान के प्रति लोगों को जागरूक कर रही हैं। इसके अलावा सामाजिक कार्यों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेती हैं.
टाइम्स ऑफ इंडिया में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, सबा ने गाजियाबाद के होली चाइल्ड स्कूल में पढ़ाई की. उन्होंने शहर के राम चमेली चड्ढा विश्वास गर्ल्स कॉलेज से बीएससी की पढ़ाई की और अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय से वन्यजीव विज्ञान में स्वर्ण पदक जीता. मां कहती हैं, "वह हमेशा वाद-विवाद और भाषणों में भाग लेती थीं. मुझे लगता है कि उनकी मजबूत शैक्षणिक पृष्ठभूमि ने राजनीति और सार्वजनिक सेवा में उनके जुनून की नींव रखी."
2006 में सबा ने बुलंदशहर के कंप्यूटर साइंस इंजीनियर अली काज़मी से शादी की और उनके साथ अमेरिका चली गईं. शिकागो में बसे इस जोड़े के दो बच्चे हैं - अजीम (14) और ऐज़ा (10). सबा के लिए, उनकी माँ उनकी सबसे बड़ी प्रेरणा हैं। बुधवार को चुनावों में अपनी जीत की घोषणा करते हुए सबा ने फेसबुक पर लिखा, "यह जीत मेरी मां को समर्पित है, जो हमेशा आशावादी और हमेशा देने वाली और दयालु हैं. एक बच्चे के रूप में, जब भी मैंने उनसे कहा कि मैं कुछ ऐसा हासिल करना चाहती हूं जो सामान्य से अलग लगता है, तो उन्होंने मुझे प्रोत्साहित किया.
हालांकि, सबा के लिए यह आसान नहीं था. प्रचार के लिए उसे जो भी चलना पड़ता था, उससे उसके पैर सुन्न हो गए थे. "सबा ने मुझसे कहा, 'मम्मा, मुझे अपने पैर भी महसूस नहीं हो रहे हैं'. मैंने उसे पैरों की मालिश करवाने के लिए कहा, लेकिन उसने कहा कि उसके पास इसके लिए समय नहीं है. मंगलवार को, जब वोट डाले गए, तो सबा ने कहा कि उसके पैर के नाखून टूट गए हैं और उनसे खून बह रहा है. अपनी बेटी को दर्द में देखकर दुख होता था. लेकिन चुनाव जीतने के बाद, मुझे उस पर बहुत गर्व है,"