World Cancer Day: कैंसर से डरे नहीं, डटकर करें सामना; जानिए भारत में 5 सबसे आम कैंसर के बारे में
World Cancer Day 2024: कैंसर आज पूरी दुनिया में एक बड़ी स्वास्थ्य चुनौती है, और भारत भी इससे अछूता नहीं है. हाल ही के आंकड़ों के अनुसार, भारत में हर साल लगभग लाखों नए कैंसर के मामले सामने आते हैं. ये आंकड़े चिंताजनक हैं, लेकिन साथ ही यह जानना भी जरूरी है कि कुछ खास तरह के कैंसर भारत में अधिक आम हैं. समय पर जांच और इलाज से इन कैंसरों से बचा जा सकता है या इनका प्रभाव कम किया जा सकता है. आइए जानते हैं भारत में 5 सबसे आम कैंसरों के बारे में.
स्तन कैंसर
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यह महिलाओं में सबसे आम कैंसर है. भारत में हर साल लगभग 2 लाख नए स्तन कैंसर के मामले सामने आते हैं. स्तन में गांठ महसूस होना, निप्पल से खून आना, स्तन के आकार या आकृति में बदलाव जैसे लक्षणों को नजरअंदाज न करें. नियमित रूप से इसकी जांच करें और 40 साल से अधिक उम्र की महिलाओं के लिए मैमोग्राम जांच जरूरी है.
फेफड़ों का कैंसर
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यह भारत में पुरुषों में सबसे आम कैंसर है और महिलाओं में भी तेजी से बढ़ रहा है. धूम्रपान फेफड़ों के कैंसर का मुख्य कारण है. लगातार खांसी, खून वाली खांसी, सांस लेने में तकलीफ जैसे लक्षणों को गंभीरता से लें. धूम्रपान से बचाव और नियमित जांच से इस कैंसर के खतरे को कम किया जा सकता है.
मुंह का कैंसर
भारत में मुंह का कैंसर काफी आम है, खासकर ग्रामीण इलाकों में. तंबाकू का सेवन और शराब का अत्यधिक सेवन इसके मुख्य कारण हैं. मुंह में घाव, दांतों का हिलना, मुंह में सफेद या लाल धब्बे जैसे लक्षणों को नजरअंदाज न करें. तंबाकू और शराब से परहेज और नियमित जांच से इस कैंसर से बचा जा सकता है.
सर्वाइकल कैंसर
भारत में यह महिलाओं में होने वाला दूसरा सबसे आम कैंसर है. ह्यूमन पैपिलोमावायरस (HPV) संक्रमण इसके मुख्य कारणों में से एक है. असामान्य वजाइना डिस्चार्ज, सेक्स के दौरान खून आना, पेल्विक दर्द जैसे लक्षणों को नजरअंदाज न करें. नियमित जांच और एचपीवी वैक्सीन से इस कैंसर के खतरे को कम किया जा सकता है.
पेट का कैंसर
यह भारत में पुरुषों और महिलाओं दोनों में आम है. पेट में दर्द, भूख कम लगना, वजन घटना, उल्टी जैसे लक्षणों को नजरअंदाज न करें. नियमित हेल्थ टेस्ट और बैलेंस डाइट से इस कैंसर के खतरे को कम किया जा सकता है.