या अल्लाह ये क्या हुआ...मक्का में आई बाढ़ में बह गईं गाड़ियां, चारों तरफ कीचड़, फूटा लोगों का गुस्सा
Mecca faces heavy rain: पूरी दुनिया हैरान है, सऊदी अरब परेशान है. सऊदी अरब के मक्का में भारी बर्फबारी के महीनों बाद आई बाढ़ से पूरी दुनिया सदमे में है, यह चौंकाने वाला है क्योंकि वहां के लोग इस तरह की बारिशों का कभी अनुमान नहीं किए थे. मुस्लिमों के सबसे बड़े धार्मिक स्थल मक्का में बारिशों का सैलाब आ गया है. आसमान से ऐसी आफत बरस रही है कि पूरे इलाके में बाढ़ के हालात दिख रहे हैं, मकान- दुकान, सड़कें सब सैलाब में समा गई हैं, चारों तरफ कीचड़, बहती गाड़ियों के बीच लोगों का जीना दूभर है. लोग को इतनी भीषण बारिश कयामत का डर सता रहा है, इसके बाद भी लोग खुदा का शुक्रिया क्यों कर रहे हैं. दूसरी तरफ लोगों का गुस्सा भी फूट रहा है. सऊदी अरब के निवासियों द्वारा सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट की गई तस्वीरों और वीडियो में बाढ़ के पानी में तैरती गाड़ियां और फंसे हुए बच्चें दिख रहे हैं. पूरा शहर तबाही से जूझ रहा है. देखें तस्वीरें.
आप सबने सऊदी अरब में मक्का मदीना (Makka Madina) का नाम तो खूब सुना होगा. बेहद पवित्र तीर्थ स्थल है. यहां दुनियाभर से हर वर्ष लाखों मुसलमान हज (Haj) और उमरा करने के इन शहरों में आते हैं. लेकिन इन दिनों जगहों पर भयंकर बारिश ने पूरे सऊदी का माहौल बदल दिया है. मूसलाधार बारिश में सऊदी के कई शहर डूब गए हैं. आगे भी ऐसी स्थिति बने रहने की चेतावनी जारी की गई है.
सऊदी अरब के मक्का में भारी बर्फबारी के महीनों बाद आई बाढ़ से पूरी दुनिया सदमे में है, यह चौंकाने वाला है क्योंकि...सऊदी अरब में अभूतपूर्व भारी बारिश और भयंकर बाढ़ आई है, जिससे क्षेत्र में अराजकता फैल गई है. सऊदी प्रेस एजेंसी (एसपीए) की रिपोर्ट के अनुसार, मक्का और उसके आस-पास के इलाकों में बाढ़ के पानी ने कारों को अपनी चपेट में ले लिया है, बसें फंस गई हैं और बचाव कार्य शुरू हो गए हैं. मक्का और मदीना में आंधी, भारी बारिश और ओले गिरे हैं. बचाव अभियान जारी है.
बाढ़ के पानी के बल पर कारें आगे बढ़ रही हैं, बसें सड़क के बीच में फंस गई हैं, लोगों को हर तरफ से बचाया जा रहा है. सऊदी प्रेस एजेंसी (एसपीए) की रिपोर्ट के अनुसार, पवित्र शहर मक्का का यही हाल है, जिसके आस-पास के इलाके भारी पानी से भर गए हैं, जिसमें जेद्दा शहर भी शामिल है. सऊदी अरब में मक्का और मदीना के आस-पास आंधी, भारी बारिश और ओले पड़ रहे हैं. लेकिन ये बाढ़ कोई दुर्लभ घटना नहीं है, खासकर जेद्दा में, जहां पहले भी बाढ़ आ चुकी है. अब लोगों को बचाने के लिए अभियान चलाए जा रहे हैं. कारों से लेकर बसों तक, कई लोग भारी बाढ़ के कारण फंसे हुए हैं.
बाढ़ के कई वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं. इस्लाम के पवित्र शहर में भारी पानी शुरू होने के बाद से सिर्फ कारें ही नहीं, बसें भी फंसी हुई हैं. मक्का के दक्षिण-पूर्व में अल-अवली इलाके में फंसे बच्चों को बचाने के लिए पुरुष मानव श्रृंखला बनाते देखे गए. एक अन्य वीडियो में, एक व्यक्ति को एक डिलीवरी बॉय को बचाते हुए देखा गया, जो बाढ़ के कारण अपनी बाइक से गिर गया था और वापस उठने के लिए संघर्ष कर रहा था.
बारिश और भी तेज हो गई है और इसके जल्द रुकने के कोई संकेत नहीं हैं. पेड़ और मलबा पानी से बह गए. सऊदी अरब के मौसम विभाग ने मक्का, मदीना और बंदरगाह शहर जेद्दा के लिए रेड अलर्ट जारी किया है, जहाँ बार-बार बाढ़ आती रही है और 2009 में एक तबाही का स्थल था जिसमें 100 से अधिक लोग मारे गए थे. यह बारिश अप्रैल 2024 में खाड़ी देशों में रिकॉर्ड तोड़ बारिश के महीनों बाद हुई है.
इस बार, रियाद, अल-बहा और तबुक जैसे शहर भी भारी बारिश के प्रभाव का सामना कर रहे हैं, स्थानीय मीडिया आउटलेट्स ने बताया है. सऊदी अरब के राष्ट्रीय मौसम विज्ञान केंद्र (NMC) ने पूरे सप्ताह मध्यम से भारी बारिश और गरज के साथ बारिश की भविष्यवाणी की है. इसने लोगों से सावधानी बरतने को कहा है. जेद्दा में किंग अब्दुलअज़ीज़ अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे ने यात्रियों से उड़ान अपडेट के लिए अपनी एयरलाइनों से संपर्क करने को कहा.
एनसीएम के प्रवक्ता हुसैन अल कहतानी ने कहा कि सोमवार को रबीग में एक बहुत बड़ा जलप्रपात देखा गया. यह अब तक का सबसे शक्तिशाली जलप्रपात था. अराजकता के पीछे के कारण के बारे में, सऊदी शहरों में अविकसित सीवेज सिस्टम की अक्सर आलोचना की जाती रही है और वर्तमान में बाढ़ जैसी स्थिति के लिए उन्हें दोषी ठहराया जा रहा है. जिसके बाद से लोगों में खूब गुस्सा है. भारी बारिश ने मक्का शहर को अपनी चपेट में ले लिया है, जिससे पूरे क्षेत्र में जलभराव की समस्या पैदा हो गई है.
बाढ़ पर प्रतिक्रिया करते हुए, सऊदी अरब के रेड क्रिसेंट अथॉरिटी (SRCA) ने पुष्टि की कि बचाव दल निर्बाध एम्बुलेंस और आपातकालीन सेवा सुनिश्चित करने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं. इसके अलावा, शुष्क इलाकों में भारी बारिश से निपटने के लिए तैयारियों की कमी के कारण स्थिति और खराब हो गई.
सऊदी प्रेस एजेंसी की एक रिपोर्ट के अनुसार. इसके अतिरिक्त, सऊदी अधिकारियों ने नागरिकों को सतर्क रहने और सुरक्षा दिशानिर्देशों का पालन करने की चेतावनी भी दी. साथ ही, नागरिक सुरक्षा सेवा ने लोगों से निचले इलाकों और जल-जमाव वाले क्षेत्रों से दूर रहने का आग्रह किया.
सबसे दिलचस्प बात यह है कि सऊदी अरब में बाढ़ आने के ठीक दो महीने बाद देश के उत्तरी अल-जौफ क्षेत्र में अभूतपूर्व बर्फबारी हुई, जो रेगिस्तानी परिदृश्य वाले देश के लिए एक आश्चर्य की बात थी. सऊदी अरब की रेगिस्तानी जलवायु के कारण उपरोक्त घटनाएँ चौंकाने वाली हैं.
इस वीडियो में मस्जिद के अंदर तेज बारिश के साथ पानी भरा हुआ दिख रहा है. राज्यों में कई जगहों पर आने-जाने की मनाही है और इसके साथ ही स्कूलों को भी बंद कर दिया गया है. इस बारिश में सबसे ज्यादा प्रभावित इलाका अल-उला और अल-मदीना है. अल-मदीना में मुस्लिमों का सबसे पवित्र स्थल मस्जिद-ए-नबवी है, जहां की वीडियो काफी वायरल हो रही है.
https://www.samaa.tv/ में छपी रिपोट के मुताबिक, मदीना और उसके आस-पास के रेगिस्तानी इलाकों में सुबह से ही भारी बारिश हो रही है, जिससे स्थानीय स्तर पर बाढ़ आ गई है और काफी व्यवधान पैदा हो गया है. गरज और बिजली के साथ, मूसलाधार बारिश हुई है, क्षेत्र के विभिन्न स्थानों से ओले गिरने की खबरें हैं.
बारिश की वजह से तापमान में अचानक गिरावट आई है. पैगंबर की मस्जिद (मस्जिद नबावी) में कई लोगों ने बारिश के लिए खुदा का शुकिया भी किया. कई आगंतुकों ने मूसलाधार बारिश के बीच प्रार्थना भी की. जिसका वीडियो और फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. कई लोगों ने बारिश को आशीर्वाद के तौर पर देखा है. यानी इतनी परेशानी के बाद भी लोग खुदा का शुक्रिया ही कर रहे हैं.