Deoghar/Dumka: देवघर में बन रहे इंटरनेशल एयरपोर्ट के नामकरण को लेकर राजनीति शुरू हो चुकी है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने देवघर एयरपोर्ट का नाम बाबा वैद्यनाथ धाम के नाम पर रखे जाने की इच्छा जाहिर की, तो वहीं शहीद सिद्धो कान्हू के वंशज और बोरियो के विधायक लोबिन हेम्ब्रेम ने एयरपोर्ट का नाम शहीद सिद्धो कान्हू के नाम पर रखने की मांग की है.


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बाबानगरी देवघर में इंटरनेशनल एयरपोर्ट लगभग बनकर तैयार है. एयरपोर्ट का निर्माण करीब-करीब पूरा होने के बाद इसके नामांकन को लेकर चर्चा का दौर शुरू हो गया. हफ्ते भर पहले ही मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री को पत्र लिखकर केंद्र सरकार से देवघर एयरपोर्ट का नाम बदल कर ‘बाबा बैद्यनाथ’ के नाम पर रखने का अनुरोध किया था,लेकिन अब इसे लेकर शहीद सिद्धो कान्हू के वंशज सामने आए गए हैं. शहीद सिद्धो कान्हू के वंशज मंडल मुर्मू ने देवघर एयरपोर्ट का नाम सिद्धो कान्हू के नाम पर करने की मांग की है.


सिर्फ शहीद सिद्धो कान्हू के वंशज ही नहीं बल्कि अन्य जनप्रतिनिधि भी मुख्यमंत्री की राय से इत्तेफाक नहीं रखते, दुमका के बोरिया से विधायक लोबिन हेम्ब्रेम ने भी एयरपोर्ट का नाम सिद्धो कान्हू के नाम से जोड़ने की मांग की है. लोबिन हेम्ब्रेम के मुताबिक बाबा बैद्यनाथ को तो सभी लोग जानते हैं, लेकिन एयरपोर्ट का नाम शहीद के नाम से होना चाहिए, जिससे यहां के लोगो को सम्मान मिलेगा. लोबिन हेम्ब्रेम ने कहा की केंद्र सरकार के ऋणी है, जो देवघर में एयरपोर्ट का निर्माण कराया गया.


दरअसल, 17 सितंबर को PM मोदी देवघर एयरपोर्ट का उद्घाटन करने वाले हैं. देवघर एयरपोर्ट शुरू होने से झारखंड, बिहार और पश्चिम बंगाल के यात्रियों को काफी सुविधा मिलेगी. देवघर एयरपोर्ट के शुरू होने से इस इलाके में धार्मिक जगहों के साथ-साथ आर्थिक विकास में भी तेजी आएगी और बाबा वैद्यनाथ के भक्तों को भी सुविधा होगी. इसी को ध्यान में रखते हुए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने एयरपोर्ट का नाम बदलने की अपील की है, लेकिन अब झारखंड में यात्रा सुविधा की बात को छोड़कर नामकरण पर बहस छिड़ी हुई है.


(इनपुट: सुबीर)