चंडीगढ़: भुखमरी को लेकर नीति आयोग की रिपोर्ट में पंजाब का रैंक पिछले साल के मुकाबले दो अंक कम हुआ है. पहले पंजाब 10वें स्थान पर था जबकि हाल ही में आई रिपोर्ट में पंजाब 12 वे स्थान पर खिसक गया है. उधर, नीति आयोग की रिपोर्ट को गंभीरता ले लेने की बजाय पंजाब के मंत्रियों के हास्यास्पद बयान सामने आए हैं.


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पंजाब के हेल्थ मिनिस्टर बलबीर सिद्धू ने पंजाब में भुखमरी बढ़ने की रिपोर्ट पर हास्यास्पद प्रतिक्रिया दी है. स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिद्धू ने कहा है कि पंजाब में भुखमरी नहीं है और पंजाब के लोग वजन घटाने के लिए डाइटिंग करते हैं. 


वहीं दुसरा बयान फारेस्ट मिनिस्टर साधू सिंह धर्मसोत का आया है, जिन्होंने पंजाब में भुखमरी बढ़ने की रिपोर्ट पर पहले तो लोगों को काम करने की नसीहत दी और फिर नीति आयोग की रिपोर्ट को गलत भी ठहरा दिया है.


हालांकि विपक्ष इस मामले पर सरकार को घेर रहा है और सरकार को हर क्षेत्र में असफल बता रहा है. शिरोमणि अकाली दल के नेता चरणजीत बराड़ ने कहा है कि पंजाब की कांग्रेस सरकार हर मोर्चे पर फेल है.


बहरहाल, नीति आयोग की रिपोर्ट में पंजाब में भुखमरी बढ़ने के तथ्य सामने आने के बाद उम्मीद की जा रही थी कि सरकार इसको गंभीरता से लेकर जहां पर सुधार की आवश्यकता है वहां सुधार करेगी, मगर पंजाब के मंत्रियों के जिस तरह से इस मामले में ब्यान सामने आ रहे हैं उससे तो लगता है कि सरकार इसको गंभीरता से लेने के मूड में नहीं है.


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